
मुंबई। राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नारनवरे ने सोमवार को राज्य की सभी विश्वविद्यालयों के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों के प्रत्येक खिलाड़ी का भारत स्पोर्ट्स पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य करने तथा महा-देवा प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रत्येक कॉलेज में एक फुटबॉल टीम गठित करने के निर्देश दिए। महा-देवा प्रोजेक्ट और अन्य खेलों की प्रगति की समीक्षा को लेकर डॉ. नारनवरे की अध्यक्षता में ‘लोक भवन’ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की गई, जिसमें राज्यपाल के उप-सचिव राममूर्ति, लोक भवन के संयुक्त निदेशक विकास कुलकर्णी तथा सभी विश्वविद्यालयों के खेल विभाग के निदेशक शामिल हुए। बैठक में डॉ. प्रशांत नारनवरे ने स्पष्ट किया कि राज्यपाल के निर्देशानुसार सभी कॉलेजों के खिलाड़ियों का पंजीकरण आवश्यक है। इसके लिए खेल विभागों को भारत स्पोर्ट्स पोर्टल पर खिलाड़ियों के पंजीकरण हेतु विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालय अपने अधीनस्थ कॉलेजों के स्पोर्ट्स डायरेक्टर को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें तथा खिलाड़ियों को खेल संबंधी बेहतर मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के लिए कार्य में तेजी लाई जाए। उन्होंने छत्रपति शिवाजी क्रीड़ा प्रतिष्ठान की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि एथलेटिक्स, कबड्डी सहित विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों का एकीकृत पंजीकरण किया जाना चाहिए, जिससे खिलाड़ियों का समग्र डाटा एक ही मंच पर उपलब्ध हो सके। इस कार्य की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी और खेल अधिकारी स्कूलों व कॉलेजों में जाकर जागरूकता अभियान चलाएंगे। भारत स्पोर्ट्स पोर्टल पर प्रत्येक छात्र का अकाउंट बनने से उनकी पूरी खेल संबंधी जानकारी एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी। डॉ. नारनवरे ने कहा कि खिलाड़ियों के पंजीकरण के बाद स्थानीय स्तर के साथ-साथ विश्वविद्यालय स्तर पर भी विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन में सुविधा होगी, जिससे तालुका, जिला, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि हाल ही में विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर लियोनेल मेसी के मुंबई दौरे के बाद महाराष्ट्र सरकार ने महा-देवा प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसके तहत फुटबॉल को विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा। प्रत्येक कॉलेज को अपनी फुटबॉल टीम बनानी चाहिए, ताकि भविष्य के उत्कृष्ट खिलाड़ी तैयार हो सकें। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी के संयुक्त प्रयास से खिलाड़ियों का व्यापक पंजीकरण होगा और राज्य खेलों के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर सकेगा।




