रांची:(Ranchi) रांची के कांके स्थित केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान सीआईपी ने मानसिक रोगों के इलाज में बुधवार को नया प्रतिमान स्थापित किया। संस्थान के डायरेक्टर डॉ बासुदेव दास ने देश के पहले एआई लैब और स्टीमुलेशन सेंटर का शुभारंभ किया।
एआई लैब में इमरजेंसी के समय मनोरोगियों की देखभाल कैसे की जाए। इसकी स्टेट ऑफ द आर्ट फैशिलिटी मौजूद है। संस्थान का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस लैब लेटेस्ट इइजी-टीडीसीएस सिस्टम से लैस है। वहीं, स्टीमुलेशन सेंटर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल करके क्लीनकल डिसीजन मेकिंग की प्रक्रिया को बेहतर बनाया जायेगा।
सेंटर के प्रभारी डॉ उमेश ने बताया कि आनेवाला समय एआई का है। ऐसे में रोगियों के बेहतर इलाज के लिए बेहतर तकनीक चाहिए। एआई के जरिये जितना अच्छा डाटा सिस्टम में होगा, उतना ही बेहतर इलाज होगा।
संस्थान के डायरेक्टर डॉ बासुदेव दास ने बताया कि अब तक देश के किसी चिकित्सा संस्थान में एआई से इलाज करने की सूचना नहीं है। सीआईपी में इसकी शुरुआत हुई है। समय के साथ इलाज में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है। यह उसी प्रक्रिया का हिस्सा है।
इस मौके पर संस्थान में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। कार्यशाला में डॉ दिनकर पई ने मेडिकल सिमुलेशन तकनीक पर विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर्स, स्टूडेंट्स और मेडिकल ऑफिसर्स समेत कई लोग उपस्थित थे।