जालना। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने मराठा आरक्षण के लिए जालना में प्रदर्शन कर रहे लोगों से सोमवार को मुलाकात की और कहा कि उन्हें प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले लोगों को मराठावाडा में घुसने नहीं देना चाहिए। ठाकरे जालना के अंतरवाली सराटी गांव पहुंचे और मनोज जरांगे से मुलाकात की, जो मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुए एक सप्ताह से भूख हड़ताल कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वालों को मराठवाड़ा में प्रवेश नहीं करने देना चाहिए।
चुनाव आएं तो लाठियों के निशान याद रखिएगा- ठाकरे
ठाकरे ने कहा कि राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने दावा किया, लेकिन, अगर फडणवीस विपक्ष में होते तो वह भी ऐसा ही करते।’’राज ठाकरे ने कहा, मैंने आंदोलनकारियों के मुद्दे सुने हैं। मैं कानूनी पहलुओं का अध्ययन करूंगा और उन्हें हल करने के लिए मुख्यमंत्री से बात करूंगा। आज चुनाव नहीं हैं लेकिन जब चुनाव आएं तो लाठियों के निशान याद रखिएगा। ठाकरे ने कहा कि राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा है कि विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। जबकि वह खुद विपक्ष में होते तो उन्होंने भी यही किया होता। उन्होंने कहा कि मैंने आंदोलनकारियों के मुद्दों को सुना। मैं जांच की मांग करूंगा और उन्हें हल करने के लिए मुख्यमंत्री से बात करूंगा। आज कोई चुनाव नहीं है, लेकिन जब चुनाव आएंगे तो लाठियों के निशान याद रखें।
निष्पक्ष जांच की जरूरत
सोमवार सुबह औरंगाबाद से अपनी शिव शक्ति यात्रा शुरू करने वाली भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने कहा कि मराठों के लिए आरक्षण के मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। मराठा समुदाय की ऐसी स्थिति देखना बिल्कुल दर्दनाक है। इस घटना की निष्पक्ष जांच की जरूरत है।
40 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए
आपको बता दें आंदोलन शुक्रवार को हिंसक हो गया था जब प्राधिकारियों ने जरांगे को एक अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की थी।हिंसा शुरू होने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान 40 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए तथा राज्य परिवहन की 15 से ज्यादा बसों को आग लगा दी गयी।पुलिस ने पहले बताया था कि हिंसा के संबंध में 360 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।ठाकरे ने कहा, नेता आपसे वोट मांगते हैं और फिर आपको छोड़ देते हैं। प्रदर्शनकारियों को उन नेताओं को मराठावाडा में घुसने नहीं देना चाहिए जिन्होंने लाठियों से हमला करने तथा प्रदर्शनकारियों को बंदूक का डर दिखाकर पकड़ने का आदेश दिया था। यह तब तक जारी रहना चाहिए जब तक कि नेता माफी न मांग लें।