
बुजुर्गों की उभरती चुनौतियां’ विषय पर व्याख्यान
प्रयागराज:(Prayagraj) हमारे भारत देश में जीवन प्रत्याशा में वृद्धि हुई है। फिर भी अकेलेपन, अलगाव जैसे विभिन्न कारकों के कारण बुजुर्ग तनावपूर्ण जीवन जीते हैं। बच्चों द्वारा लापरवाही, अपर्याप्त वित्तीय सहायता, तेजी से सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन, बुढ़ापे की समस्याएं और शक्तिहीनता की भावना उनमें तनाव पैदा कर रहे हैं। ये सभी चिंता का विषय हैं और तत्काल इनके समाधान की आवश्यकता है।
उक्त विचार मुख्य अतिथि प्रवासी भारतीय डॉ. पुनीता भट्ट, असिस्टेंट प्रोफेसर, एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन हेडन ग्रीन इंस्टीट्यूट नॉटिंघम यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल ने आयोजित ’बुजुर्गों की उभरती चुनौतियां’ विषय पर व्याख्यान में व्यक्त किया।
इलाहाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन के तत्वावधान में सिविल लाइंस स्थित कार्यालय में डॉ. पुनीता भट्ट ने कहा कि हालांकि वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को आरामदायक बनाने के लिए अनेक संसाधन मौजूद हैं। लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। कुछ मानवतावादी समूह वृद्धावस्था देखभाल के लिए प्रोत्साहन प्रदान कर उत्साहवर्धक कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर भारत में बुजुर्गों के सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं और उनके समाधानों पर विचार-विमर्श किया गया।
ओपी गोयल ने वक्ता को गुलदस्ता भेंट किया और अध्यक्ष रवि प्रकाश ने स्मृति चिह्न भेंट कर अतिथि को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन सचिव डॉ.नवनीत सिंह ने किया। एएमए की पीआरओ डॉ. शान्ति चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर एसबी भार्गव, प्रमोद बंसल, डॉ. एनसी अग्रवाल, आलोक शाह, वीरेंद्र सिंह, रत्नेश दीक्षित, स्नेह मधुर, डॉ आस्था चौधरी, डॉ. राजीव मंगर, शेलेंद्र कपिल सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।