मुंबई:(Mumbai) पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी में पीड़ित परिवारों से मुलाकात करके उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने इस घटना को सभी राजनीतिक दलों के लिए शर्म की बात बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बस्तियों को स्थाई रूप से स्थानांतरित किए जाने के लिए प्रभावशाली योजना बनाई जानी चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि वे खुद एक राजनेता हैं, लेकिन इरशालवाडी की यह घटना हर किसी के लिए शर्म की बात है। आज कई ऐसी बस्तियां हैं, जो पहाड़ की तलहटी में स्थित हैं और वहां भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। इन बस्तियों को समय रहते स्थानांतरित कर देना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज मैं इन लोगों से मिला हूं, उनकी समस्याओं को जाना है, लेकिन ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सभी दलों को मिलकर काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 75 साल बाद भी आज आदिवासियों को इसी तरह का जीवन जीना पड़ रहा है, यह सभी दलों को शर्मसार करने जैसा ही है। इसके लिए सिर्फ इरशालवाड़ी ही नहीं, बल्कि आसपास की कुछ बस्तियों को एक साथ मिलाकर उनका पुनर्वासन करना आवश्यक है। ऐसी खतरनाक तीन या चार बस्तियों को मिलाकर एक गांव बनाया जा सकता है। साथ ही यहां के लोगों को कंटेनर में रखने की बजाय किसी ऐसे जगह पर रखना चाहिए, जहां इनकी आजीविका के साधन उपलब्ध हो सकें।