मुंबई :(Mumbai) महाराष्ट्र के विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) ने कहा कि 16 विधायकों के अपात्रता का निर्णय हर पहलू की छानबीन के बाद लेकिन समय से लिया जाएगा। नार्वेकर ने कहा कि इस छानबीन में जुलाई, 2022 में शिवसेना की राजनीतिक स्थिति क्या थी, इसे भी देखा जाएगा।
राहुल नार्वेकर ने मंगलवार को मुंबई में पत्रकारों को बताया कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष की शक्तियों में दखल देने से इनकार किया है। हम अयोग्यता याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे। नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत पर हम सभी को अपने विचार रखने का मौका देंगे।
राहुल नार्वेकर ने इस मौके पर कहा, “विधानसभा में अभी तक ऐसी स्थिति थी कि उस दल के गुट के विधायक बहुमत से अपना नेता और उपनेता चुनते थे और इसकी सूचना विधानमंडल सचिवालय को देते थे। हम इसे मंजूरी दे रहे थे। अब कोर्ट ने कहा है कि आपको जांच करनी चाहिए कि राजनीतिक दल कौन था।
राहुल नार्वेकर ने कहा कि जुलाई, 2022 में यह पता लगाने के बाद कि राजनीतिक दल किस पार्टी का है, उस पार्टी द्वारा नामित उम्मीदवार को मंजूरी देनी होगी। उस स्वीकृति को देने के बाद अयोग्यता के बारे में सोचना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी होने का दावा करने वाले विधायकों, नेताओं, सभी की बात सुनी जानी चाहिए।
राहुल नार्वेकर ने कहा कि अगर यह सामने आता है कि शिंदे समूह पार्टी का प्रतिनिधित्व करता है, तो भरत गोगावले को व्हिप के रुप में स्वीकार करना होगा। इस मामले को जल्द निपटाने की कोशिश करेंगे। लेकिन कोई हड़बड़ी नहीं होगी। बिना कारण के कोई देरी नहीं होगी।