Saturday, October 19, 2024
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Mirzapur: चुनार दुर्ग के वैभवशाली इतिहास का बखान करेगा महोत्सव

Mirzapur

श्रावण मास में सात से नौ जुलाई तक आयोजित होगा चुनार महोत्सव

मीरजापुर: युगों से अपने वैभवशाली इतिहास को समेटे चुनार दुर्ग का इतिहास बयां करने के लिए चुनार महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। श्रावण मास में सात से नौ जुलाई तक होने वाले चुनार महोत्सव के संबंध में चुनार किला गेस्ट हाउस में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने अधिकारियों, नगर पालिका के चेयरमैन मंसूर अहमद, सभासदों तथा नगर के व्यापारियों से वार्ता कर महोत्सव को सफल बनाने के लिए कहा। उन्होंने चुनार महोत्सव की रूपरेखा भी बताई। कहा कि सायं सात बजे से रात दस बजे तक होने वाले इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण चुनार की ऐतिहासिक, पौराणिक सामरिक और वर्तमान महत्ता पर आधारित लाइट एंड साउंड लेजर शो और किले के अंदर सोनवा मंडप पर होने वाली पुष्प और लाइट की सजावट तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

इसके साथ ही श्रावण मेला के तहत एपीटीएस के किला ग्राउंड झूले, स्थानीय हस्त शिल्प के उत्पादों के स्टाल और फूड स्टाल लगाए जाएंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि इस महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य है कि चुनार व आसपास का पर्यटन विकसित किया जा सके और हमारी भावी पीढ़ी चुनार के इतिहास को रोचकता से जान व समझ सकें। आने वाले समय में चुनार गंगा पर भव्य घाट निर्माण का भी प्रयास किया जा रहा है। जिसकी कार्ययोजना बनाकर शासन को भेजी जाएगी।

आकर्षण का केंद्र होगा आतिशबाजी

जिलाधिकारी ने चुनार पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के डीआईजी धर्मेंद्र सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ला व उप जिलाधिकारी नवनीत सेहारा के साथ कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। सोनवा मंडप की सजावट के संबंध में डीआईजी द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों पर अमल करने के निर्देश दिया। इसके बाद बारिश के बीच ही जिलाधिकारी ने बालूघाट पर बनाए जा रहे भव्य पंडाल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उप जिलाधिकारी से लेजर शो के संबंध में चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

चुनार किले के उत्तरी छोर पर उगी झाड़ियों आदि की साफ-सफाई के लिए अधिशासी अधिकारी चुनार राजपति बैस को कहा। जिलाधिकारी ने अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन ओपी सिंह से कहा कि महोत्सव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध कर लिए जाएं। अंतिम दिन का प्रमुख आकर्षण आतिशबाजी उन्होंने चुनार पुल से कराए जाने के निर्देश दिया, ताकि इसका आनंद आसपास के गांव के लोग भी ले सकें। उन्होंने सभी मातहतों से कहा कि पहली बार चुनार में महोत्सव का आयोजन कराया जा रहा है। ऐसे में किसी प्रकार की कमी न रहे और इसे सफल बनाने के लिए सभी विभाग अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करें।

आठ जुलाई तक इन कलाकारों के होंगे कार्यक्रम

सात जुलाई को वाराणसी की डाॅ. मधुमिता भट्टाचार्या की गणेश वंदना, सौरभ गौरव मिश्रा द्वारा शिव तांडव नृत्य, सुरभि संस्थान के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, खोखाराम मीरजापुरी द्वारा लोकगीत, जटाशंकर द्वारा चौलर नृत्य, ममता चकरी द्वारा राजस्थानी नृत्य अंत में पौने दस से रात के दस बजे तक लेजर शो,आठ जुलाई को मधुमिता सिंह द्वारा गंगा अवतरण, डाॅ. मन्नू यादव द्वारा बिरहा, फौजदार सिंह द्वारा आल्हा, दानी शर्मा द्वारा मयूर नृत्य, सांस्कृतिक झांकियां तथा नौ जुलाई काे भव्य गंगा आरती एवं आतिशबाजी, राजेश यादव का बिरहा, पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव की कजरी तथा दानी शर्मा की भव्य फूलों की होली का आयोजन किया जाएगा।

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