मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण जीत के बाद महायुति ने सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल से मुलाकात की है। भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में देवेंद्र फडणवीस का चयन किया गया, जिसकी पुष्टि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की उपस्थिति में हुई बैठक में हुई। इस बैठक में दोनों ने पार्टी पर्यवेक्षक के रूप में भूमिका निभाई। इसके बाद, फडणवीस, एकनाथ शिंदे, अजीत पवार और महायुति के अन्य नेता राज्यपाल के पास गए और सरकार बनाने का दावा किया। उधर, मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलनरत समाजसेवी मनोज जरांगे पाटिल ने अपनी पूर्ण भूख हड़ताल की घोषणा की। पत्रकारों से बातचीत में पाटिल ने मराठों के लिए आरक्षण के प्रति ईमानदारी की आवश्यकता पर जोर दिया और चेतावनी दी कि अगर मराठा समुदाय का समर्थन हल्के में लिया गया तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार जब मराठा समुदाय एकजुट हो जाएगा, तो कोई भी सरकार उनका सामना नहीं कर पाएगी। पाटिल ने बताया कि वे आजाद मैदान में भूख हड़ताल करेंगे और जब तक आरक्षण लागू नहीं हो जाता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मराठा समुदाय ओबीसी समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि उनका संघर्ष सिर्फ आरक्षण के लिए है। पाटिल ने चेतावनी दी कि इस मुद्दे पर कोई भी आत्मसंतुष्टि स्वीकार नहीं की जाएगी और उन्होंने बड़े पैमाने पर सामूहिक भूख हड़ताल की योजना बनाई।