
मुंबई। तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया। सेंथिल बालाजी के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ईडी ने मामला दर्ज किया है। इस बीच, तमिलनाडु के मंत्री पर ईडी की कार्रवाई से महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ गया है। विपक्षी दलों के गठबंधन महाविकास आघाडी के बड़े नेताओं ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया और बीजेपी पर निशाना साधा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने केंद्र की सत्ताधारी पार्टी (बीजेपी) पर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “मुझे बिलकुल भी आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि 95 फीसदी सीबीआई और ईडी के मामले विपक्षी दलों के ख़िलाफ़ है… मैं संस्थानों को दोष नहीं दुंगी क्योंकि संस्थान खुद से कोई कार्रवाई नहीं करते। उन संस्थान के पीछे कोई बड़ी शक्ति है जो यह सब करवा रही है। वे एक प्यादों को तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं। मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा, ईडी द्वारा विरोधी दलों को डराने का काम किया जा रहा है। अगर ईडी नहीं होती तो महाराष्ट्र की सरकार नहीं बन पाती। आज के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ईडी का प्रोडक्शन हैं।
संजय राउत ने कहा हम सबूतों के साथ बीजेपी लोगों के खिलाफ शिकायतें भेजते रहते हैं। उनके खिलाफ जांच कब शुरू होगी? मैंने महाराष्ट्र के 3 मंत्रियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत ईडी को भेजी है, मुझे एक भी शिकायत का जवाब तक नहीं मिला। उनके खिलाफ छापेमारी क्यों नहीं हो रही है?
बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कद्दावर नेता बालाजी से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी अधिकारियों ने बालाजी से पूछताछ की। लेकिन देर रात मंत्री को बेचैनी की शिकायत के बाद चेन्नई के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।