मुंबई:(Maharashtra) मुंबई में आज से शुरू हुए विधानमंडल के दोनों सदनों का कामकाज पूरे दिन के स्थगित कर दिया गया। विधानसभा में विपक्ष किसानों की समस्या को लेकर आक्रामक दिखा तो विधानपरिषद में विपक्ष ने उपसभापति नीलम गोरहे को अयोग्य घोषित करने की मांग की। इन दो मुद्दों पर आज वर्षाकालीन सत्र के पहले दिन का काम काज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा की कार्यवाही आज अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की अध्यक्षता में शुरू हुई। कांग्रेस विधायक बालासाहेब थोरात ने सदन में कहा कि राज्य में बारिश कम होने से किसानों की हालत बदतर है लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई कारगर उपाय योजना नहीं की जा रही है। इसी वजह से विधानसभा का कामकाज पूरे दिन के लिए स्थगित किया जाना चाहिए। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर है। सरकार की ओर से किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए समिति का गठन किया गया है। इसलिए सदन का कामकाज चलाया जाना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को समझाने का प्रयास किया लेकिन विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को पूरे दिन तक स्थगित किए जाने की घोषणा कर दी।
इसी तरह विधानपरिषद का कामकाज शुरू होते ही विपक्षी नेता अंबादास दानवे सहित विपक्षी विधायकों ने उपसभापति नीलम गोरहे के विरुद्ध घोषणा शुरू कर दी। विपक्ष का कहना था कि नीलम गोरहे को अयोग्य घोषित किए जाने का पत्र विधानपरिषद सचिव को दिया गया है। इस पत्र का जब तक निपटारा नहीं होता, तब तक नीलम गोरहे को सभापति के आसन पर बैठने का अधिकार नहीं है। इस मुद्दे पर जोरदार हंगामे की वजह से सदन का कामकाज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
वर्षाकालीन सत्र का कामकाज शुरू होने से पहले विपक्षी विधायकों ने विधानभवन की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया।