प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी पूर्व मंत्री अनिल परब के कारोबारी साझेदार सदानंद कदम को गिरफ्तार कर लिया है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले दापोली में साई रिसॉर्ट से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सदानंद की गिरफ्तारी हुई है। कदम को दापोली साईं रिसॉर्ट से संबंधित घोटाले में शुक्रवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। बाद में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दापोली साईं रिसॉर्ट मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता अनिल परब से भी पूछताछ कर चुकी है।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के दौरान पता चला कि अनिल परब ने सदानंद कदम की मिलीभगत से कृषि योग्य भूमि को गैर-कृषि उद्देश्य में बदलने के लिए स्थानीय एसडीओ कार्यालय से अवैध तरीके से अनुमति ली। इसके बाद तटीय विनियमन क्षेत्र (CRZ) मानदंडों का उल्लंघन करते हुए उस भूमि पर एक रिसॉर्ट का निर्माण कराया।
एक अधिकारी ने कहा कि कदम से कुछ घंटों तक पूछताछ की गई, जिसके बाद शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने शुक्रवार को दापोली में कदम के आवास पर भी तलाशी ली और कुछ कथित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।
कदम को गिरफ्तार किए जाने से ठाकरे गुट को एक और बड़ा झटका लगा है। दापोली साईं रिसॉर्ट में सदानंद कदम और पूर्व परिवहन मंत्री अनिल परब को साझेदार बताया जाता है। सदानंद कदम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता रामदास कदम के छोटे भाई हैं।
क्या है मामला
बता दें, दापोली रिसॉर्ट धोखाधड़ी मामले में अनिल परब के खिलाफ ईडी ने केस दर्ज किया था। जांच एजेंसी उनके कई ठिकानों पर इस सिलसिले में छापेमारी भी कर चुकी है और उनके पूछताछ भी की जा चुकी है। दरअसल, भाजपा नेता किरीट सोमैया ने अनिल परब के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि रत्नागिरी के दापोली में उन्होंने जालसाजी से एक आलीशान रिसॉर्ट का निर्माण कराया है। महाराष्ट्र सरकार को कथित तौर पर धोखा देने और नुकसान पहुंचाने को लेकर दापोली थाने में इस संबंध में एफआईआर भी दर्ज की गई थी।
सीबीआई के समक्ष पेश हुए वाईएसआरसीपी सांसद अविनाश रेड्डी
वहीं, आंध्र प्रदेश के कडप्पा से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी राज्य के पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों के सामने पेश हुए। पहले भी वह दो बार (बीते जनवरी व फरवरी में) सीबीआई के समक्ष पेश हो चुके हैं। विवेकानंद रेड्डी वर्तमान मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के चाचा थे।