
मुंबई। महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी (एमवीए) के तीन प्रमुख दल कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार), और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन इस बार फैसला एक सर्वे के आधार पर किया जाएगा। तीनों दलों ने संयुक्त रूप से एक नोडल एजेंसी को नियुक्त किया है, जो राज्य की सभी 288 विधानसभा सीटों का सर्वे करेगी। इस सर्वे का उद्देश्य यह पता लगाना है कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव जीत सकती है और कहां किस पार्टी के उम्मीदवार की जीत की संभावना अधिक है। सर्वे के नतीजों के आधार पर ही तीनों दलों के बीच सीटों का बंटवारा होगा। सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक चर्चा में कांग्रेस 105 से 110 सीटों पर, उद्धव ठाकरे की शिवसेना 90 से 95 सीटों पर, और एनसीपी (शरद पवार) 70 से 75 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। अन्य छोटे सहयोगियों जैसे समाजवादी पार्टी, लेफ्ट पार्टी, शेतकरी कामगार पार्टी के लिए 10 से 12 सीटें छोड़ी जा सकती हैं। हालांकि, अंतिम निर्णय नोडल एजेंसी के सर्वे के बाद लिया जाएगा।
लोकसभा चुनाव का प्रभाव
लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर जिस पार्टी को सफलता मिली थी, उन क्षेत्रों की विधानसभा सीटों पर भी उसी पार्टी के उम्मीदवार की प्राथमिकता होगी। इसके अलावा, पिछले विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर एमवीए के दलों ने जीत हासिल की थी, उन्हें उसी मूल पार्टी को देने का भी ध्यान रखा जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने घोषणा की है कि 20 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्मदिन पर मुंबई में एक बड़ी सभा आयोजित की जाएगी, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव का औपचारिक रूप से अभियान शुरू किया जाएगा। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ-साथ शरद पवार और उद्धव ठाकरे भी मौजूद रहेंगे।
एमवीए के तीनों दलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने के लिए 16 अगस्त को मुंबई के शानमुखानंद सभागार में एक संयुक्त सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा।