
नवी मुंबई। खारघर पहाड़ी क्षेत्र के चाफेवाड़ी गांव के आदिवासी ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को तेंदुए के देखे जाने की सूचना दिए जाने के बाद इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। चाफेवाड़ी पाड़ा के पास बड़ी बिल्ली (तेंदुआ) दिखने के बाद आदिवासी बस्तियों में भय का माहौल फैल गया है और ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले जाने की मांग की है। स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब चार महीने पहले भी चाफेवाड़ी से फणसवाड़ी की ओर तेंदुआ जाते हुए देखा गया था, जिसके बाद वन अधिकारियों ने सीसीटीवी कैमरे लगाए थे और दलदली इलाकों में पंजों के निशान तलाशे थे, लेकिन तब कोई ठोस सबूत नहीं मिला था। मंगलवार शाम को एक बार फिर बस्ती के पास तेंदुआ देखे जाने की खबर से चाफेवाड़ी और फणसवाड़ी दोनों इलाकों में दहशत बढ़ गई। पहले भी वन विभाग की टीमों ने पहाड़ी क्षेत्र में गश्त की थी, लेकिन तेंदुए का कोई पता नहीं चल सका। अब प्रशासन ने दोबारा जांच और जरूरी सावधानियां बरतने का आश्वासन दिया है। पनवेल वन प्रभाग के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर गजानन पनपत्ते ने बताया कि पाड़ा क्षेत्र में विस्तृत जांच की जाएगी तथा कैमरे दोबारा लगाए गए हैं और गश्त भी बढ़ा दी गई है, हालांकि अब तक तेंदुए की मौजूदगी के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। इसी बीच, सोशल मीडिया पर तेंदुए का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे खारघर पहाड़ी का बताया जा रहा है, लेकिन वन अधिकारी ने इसे उस इलाके का वीडियो मानने से इनकार किया है।




