कीव:(Kiev) यूक्रेन पर रूस के हमले के 500 दिन पूरे हो गए हैं। इस दौरान 63 लाख लोगों को अपना घर-परिवार छोड़कर शरणार्थी बनना पड़ा। साथ ही दोनों देशों के सैनिकों सहित पांच लाख से अधिक लोगों की मौत हो गयी।
23 फरवरी, 2022 की रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया था। 24 फरवरी की सुबह अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के शहरों में हवाई हमले होने लगे। रूस के इस हमले से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। यूक्रेन का साथ देने के लिए नाटो सदस्य देश खड़े हो गए। अमेरिका, ब्रिटेन, पोलैंड, फ्रांस समेत कई देशों ने युद्ध से बाहर रहते हुए यूक्रेन को मदद पहुंचानी शुरू कर दी। पांच सौ दिन बीत जाने के बाद भी युद्ध जारी है और दोनों देश इसका खमियाजा भुगत रहे हैं।
इस युद्ध में लाखों लोगों को यूक्रेन छोड़कर जाना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र संघ की शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) के अनुसार यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण 63 लाख से अधिक यूक्रेनी नागरिक शरणार्थी बनने को विवश हुए हैं। यूक्रेनी शरणार्थियों की सबसे बड़ी आबादी रूस में है। रूस में 1,275,315 यूक्रेनी शरणार्थी हैं। इसके अलावा जर्मनी में 1,076,680, पोलैंड में 999,690, चेक गणराज्य में 350,455 और यूनाइटेड किंगडम में 206,700 यूक्रेनी शरणार्थी हैं।
युद्ध के पांच सौ दिन जानलेवा रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों का कोई सटीक आंकड़ा तो नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि युद्ध में पांच लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। नॉर्वे चीफ ऑफ डिफेंस की रिपोर्ट के अनुसार, इस युद्ध में 22 जनवरी, 2023 तक यूक्रेन के तीस हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके थे और यूक्रेन की सेना के एक लाख बीस हजार से ज्यादा जवान अपनी जान गंवा चुके थे। ये आंकड़े आने के बाद छह महीने बीत चुके हैं। इसलिए माना जा रहा है कि ढाई लाख से अधिक यूक्रेनी सैनिकों या नागरिकों की जान जा चुकी है। संयुक्त राष्ट्र संघ के आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन में 9,083 नागरिक मारे गए हैं और 15,779 नागरिक घायल हुए हैं। यह एक अनुमानित आंकड़ा है और वास्तविक संख्या इससे कई गुना अधिक होने की बात कही जा रही है।
दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन से ज्यादा रूसी सैनिकों की मौत हुई है। अमेरिका के आंकड़े बताते हैं कि 24 फरवरी, 2022 से 16 फरवरी, 2023 तक दो लाख से ज्यादा रूसी सैनिक या तो मारे जा चुके थे या फिर यूक्रेन में बंधक बनाए गए हैं। इसके अलावा करीब सात हजार से ज्यादा रूस का साथ देने वाले यूक्रेनियन अलगाववादी भी मारे जा चुके हैं। दोनों तरफ से दो लाख से ज्यादा जवान और नागरिक लापता थे। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, 5 जुलाई तक 231,700 रूसी सैनिकों की मौत हो चुकी है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के अनुसार युद्ध के पहले वर्ष में कुल 2 लाख रूसी सैनिक हताहत हुए थे। अप्रैल में लीक हुए अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी के आंकलन के अनुसार रूस के कुल मिलाकर 189,500 से 223,000 लोग हताहत हुए हैं, जिसमें 35,500 से 43,000 लोग मारे गए और 154,000 से 180,000 घायल हुए।