
मुंबई: आखिर बातचीत से बात बन गई. महाराष्ट्र के किसानोंं का आंदोलन खत्म हो गया. मुंबई पहुंचे बिना हो किसानों ने अपना लॉन्ग मार्च वापस ले लिया. किसानों के नेता जीवा पंडु गावित ने आज (18 मार्च, शनिवार) यह ऐलान किया. किसान नेता जे पी गावित ने कहा कि,’ राज्य सरकार ने हमारी 70 फीसदी मांगें मान ली हैं. इसलिए हम अपना लॉन्ग मार्च वापस ले रहे हैं. जिलाधिकारियों ने हमें सरकार की वह प्रति दी है, जिसमें हमारी मांगें स्वीकार किए जाने का उल्लेख है.’
साथ ही मृतक किसान के परिवार को सीएम फंड से 5 लाख की राहत देने का ऐलान किया गया. कल वाशिम में जहां किसान ठहरे हुए थे, वहां एक किसान की अचानक तबीयत खराब हुई. उसे शाहपुर ग्रामीण अस्पताल में ले जाया गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. फिलहाल मौत की वजह साफ नहीं हो पाई है. सीएम एकनाथ शिंदे ने खुद इसकी जानकारी दी. मृतक किसान के परिवार को सीएम सहायता निधि से पांच लाख रुपए की राहत देने का ऐलान संरक्षक मंत्री दादा भुसे ने किया.
लॉन्ग मार्च वापस लेने के बाद किसान नेता का मीडिया संवाद
नासिक से मुंबई के किसान लॉन्ग मार्च को वाशिम से ही वापस ले जाने के ऐलान के बाद किसान नेता जे पी गावित ने मीडिया से संवाद किया. उन्होंने कहा, ‘ कुछ मांगों पर सकारात्मक चर्चा हुई. कुछ मांगें एक महीने में अमल में लाई जाएंगी. कुछ मांगें केंद्र से संबंधित हैं. उन मांगों को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. इन मांगों पर विचार के लिए एक समिति स्थापित की जाएगी. हमारी 70 फीसदी मांगें मान ली गई हैं. इसलिए हमने अपना लॉन्ग मार्च स्थगित करने का फैसला किया है.’
एक भाई की मौत पर दुख, उनका एहसान; उन्होंने हम किसानों के लिए दी जान
किसान नेता जे पी गावित ने कहा कि, ‘एक किसान की कल अचानक तबीयत बिगड़ गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया. उन्हें हार्ट अटैक आया था. डॉक्टर ने उसे कहा कि उसे माइनर अटैक आया है. आंदोलन में फिर ना जाएं, आराम करें. फिर भी वे आंदोलन में शामिल हुए. शाम को उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई और उनकी दुखद मृत्यु हो गई. उन्होंने हम किसानों के लिए जान दी है.’