ठाणे। मीरा भयंदर-वसई विरार (एमबीवीवी) पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट (जोन III) ने 5जी मोबाइल टावरों से महंगे टेलीकॉम उपकरणों की चोरी में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मोबाइल टावरों से रिमोट रेडियो फ्रीक्वेंसी रिसीवर (आरआर) यूनिट और एजेडएनए कार्ड सहित कई महत्वपूर्ण उपकरणों की चोरी की थी। इस गिरोह ने 22 अगस्त को नालासोपारा स्थित एक मोबाइल टावर से आरआर यूनिट चुरा ली थी। एमबीवीवी प्रमुख मधुकर पांडे ने क्राइम ब्रांच को मामले की जांच करने और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए थे। पुलिस इंस्पेक्टर प्रमोद बदख के नेतृत्व में एक टीम ने जांच शुरू की और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के माध्यम से मुंबई, दिल्ली के मुस्तफाबाद और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के विभिन्न इलाकों से गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों में शुभम यादव (24), शैलेश यादव (25), कपूरचंद गुप्ता (25), बंसीलाल जैन (50), जाकिर मलिक (25), जैद मलिक (19), और जुनैद मलिक (24) शामिल हैं।
जांच में पता चला कि ये आरोपी चोरी किए गए उपकरणों को अवैध रूप से हांगकांग और चीन में बेचते थे, जहां उनके सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को ब्लैक मार्केट में रीप्रोग्राम किया जाता था। पुलिस ने इनके कब्जे से 40 लाख रुपये से अधिक की 36 आरआर यूनिटें बरामद कीं, जिन्हें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पंजाब, और गोवा सहित विभिन्न राज्यों से चुराया गया था।
अचोले पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरोह के खिलाफ मुंबई, ठाणे, पालघर और बिहार के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में चोरी के करीब 20 मामले दर्ज हैं। फिलहाल, सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और आगे की जांच जारी है।