जिला खनिज प्रतिष्ठान की ओर से कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण

चंद्रपुर। चंद्रपुर जिले में खनिज विकास निधि के माध्यम से अनेक बड़े उपक्रमों को गति दी जा रही है। इसमें टाटा ट्रस्ट के सहयोग से कैंसर अस्पताल की स्थापना, कौशल आधारित रोजगार सृजन, स्वास्थ्य, आधारभूत ढांचे का विस्तार, शिक्षा और नवोन्मेषी परियोजनाओं का समावेश है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि चंद्रपुर और गढ़चिरोली जिले अब इंडस्ट्रियल मैग्नेट के रूप में विकसित हो रहे हैं और औद्योगिक प्रगति से ही एक समृद्ध अर्थव्यवस्था का निर्माण संभव है। मुख्यमंत्री श्री फडणवीस चंद्रपुर जिले के मूल विश्रामगृह में जिला खनिज प्रतिष्ठान द्वारा तैयार कॉफी टेबल बुक के लोकार्पण अवसर पर बोल रहे थे। इस दौरान आदिवासी विकास मंत्री एवं जिले के पालकमंत्री डॉ. अशोक उईके, विधायक सुधीर मुनगंटीवार, किशोर जोरगेवार, देवराव भोंगळे, जिलाधिकारी विनय गौड़ा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुलकित सिंह, अतिरिक्त जिलाधिकारी डॉ. नितीन व्यवहारे, जिला खनन अधिकारी रोहन ठवरे सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे। फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना के अनुरूप खनन कार्य से प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों को खनिज निधि का प्रत्यक्ष लाभ मिलना चाहिए। खनन व परिवहन से स्थानीय लोगों को कठिनाइयाँ होती हैं, इसलिए उन्हें ही अधिकतम लाभ पहुंचाना सरकार की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद्रपुर जिले ने खनिज निधि का उपयोग रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल आधारित परियोजनाओं में उल्लेखनीय ढंग से किया है। चंद्रपुर और गढ़चिरोली क्षेत्र को औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया जारी है और इससे लगभग दीढ़ लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह विकास पर्यावरण संतुलन के साथ होना चाहिए। “चंद्रपुर को यह संदेश देना होगा कि औद्योगिकीकरण और पर्यावरण संरक्षण एक साथ संभव है,” उन्होंने कहा।
फडणवीस ने आश्वासन दिया कि कौशल विकास पर बल देकर स्थानीय नागरिकों को 100 प्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने वृक्षारोपण अभियान की सफलता पर बल देते हुए कहा कि इस वर्ष भी चंद्रपुर को वृक्षारोपण का बड़ा लक्ष्य हासिल करना होगा। मुख्यमंत्री के अनुसार पूरे भारत में केवल महाराष्ट्र ने ग्रीन कवर बढ़ाया है और अब राज्य का लक्ष्य वन क्षेत्र को 33 प्रतिशत से अधिक करना है।
अतिरिक्त जिलाधिकारी डॉ. नितीन व्यवहारे ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि जिलाधिकारी विनय गौड़ा ने आभार व्यक्त किया।