
अवैध निर्माणों को संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर कब कार्रवाई करेंगे सीओ मिलिंद शंभरकर?
मुंबई। मुंबई शहर में म्हाडा की बनी पुरानी इमारतों को रिपयरिंग के नाम पर म्हाड़ा के मुंबई इमारत दुरुस्ती व पुनर्रचना मंडल (रिपेयर बोर्ड) के बी-१ विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों की मिलीभगत से पुरानी इमारत को पूरी तरह तोड़कर एक व दो फ्लोर अधिक बनाकर म्हाडा नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। और कार्यकारी अभियंता राहुल पाटिल अब बीएमसी को पत्र लिखकर कार्रवाई की बात कह रहे है। मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण मुम्बई में स्थित वी वी चंदन स्ट्रीट में इमारत क्र ५२-५४ को उपअभियंता प्रदीप सोनकुसरे व कार्यकारी अभियंता राहुल पाटिल की मिलीभगत से ठेकेदार एस एस आई इंटरप्राइजेज ने रिपेयरिंग के नाम पर इमारत को तोड़कर नई बनाई गई। जिसमें लिफ्ट भी लगा दी गई है। इसी प्रकार कालबादेवी स्थित नागदेवी स्ट्रीट में इमारत १४८/१५० इमारत जो पहले ग्राउंड प्लस २ और ग्राउंड प्लस ३ की थी। जिसे इन अधिकारियों की मिलभगत से ४ मंजिला बना दिया गया। जिसपर रिपेयर बोर्ड बी-१ के कार्यकारी अभियंता राहुल पाटिल ने बताया कि ११ जनवरी २०२४ को बीएमसी बी वार्ड को नागदेवी स्ट्रीट में हुए अवैध निर्माण पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। वहीं सवाल यह उठता हैं जब इमारत बन रही थी तब विभाग का उप अभियंता क्या कर रहा था। ये किस बात की पगार ले रहे है। इन अधिकारियों की कार्यप्रणाली से म्हाडा प्रशासन व शासन की सोशल मीडिया में बदनामी हो रही है। अब देखना यह हैं कि इन मामलों में रिपेयर बोर्ड के मुख्य अधिकारी मिलिंद शंभरकर क्या कार्रवाई करते है।