गर्डर लॉन्चिंग मशीन गिरने से 20 लोगों की मौत
ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे निर्माण के तीसरे चरण के दौरान मंगलवार को एक ‘गर्डर लॉन्चर’ गिर जाने से 10 श्रमिकों सहित कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 700 टन वजनी, सेगमेंट लॉन्चर (क्रेन) और गर्डर लॉन्चर 35 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिर पड़े। नागपुर को मुंबई से जोड़ने वाली एक्सप्रेसवे परियोजना की निष्पादन एजेंसी एमएसआरडीसी ने कहा कि मृतकों में दो इंजीनियर भी शामिल हैं। ठाणे जिले की पुलिस ने लापरवाही से हुई मौत के आरोप में दो ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना मंगलवार तड़के मुंबई से करीब 80 किलोमीटर दूर शाहपुर तहसील के सरलांबे गांव के पास हुई। हादसे में घायल हुए तीन लोगों को ठाणे के कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने इस घटना की विशेषज्ञों से जांच कराने के आदेश दिए हैं। फडणवीस ने हादसे में लोगों के मारे जाने पर शोक भी जताया। यह एक विशेष प्रयोजन वाली ‘मोबाइल गैन्ट्री क्रेन’ थी, जिसका उपयोग पुल निर्माण और राजमार्ग निर्माण परियोजनाओं में पूर्वनिर्मित डिब्बानुमा पुल की डाट (गर्डर) लगाने के लिए किया जाता था। एमएसआरडीसी ने कहा कि पुल के कुल 114 खंडों में से 98 का निर्माण एक ही लॉन्चर का उपयोग करके सफलतापूर्वक किया गया था। संबंधित 2.28 किमी लंबे पुल का निर्माण नवयुग इंजीनियरिंग और वीएसएल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सिंगापुर द्वारा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायल व्यक्तियों को पचास-पचास हजार रुपये की सहायता की घोषणा की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के लिए पांच-पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की। अधिकारियों ने बताया कि हादसे के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) और 337 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य) के तहत शाहपुर थाने में कंपनी के पुल के निर्माण कार्य से जुड़े दो ठेकेदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। समृद्धि महामार्ग को ‘हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग’ के नाम से जाना जाता है। यह मुंबई और नागपुर को जोड़ने वाला 701 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे है, जो नागपुर, वाशिम, वर्धा, अहमदनगर, बुलढाणा, औरंगाबाद, अमरावती, जालना, नासिक और ठाणे सहित 10 जिलों से होकर गुजरता है। उल्लेखनीय है कि 600 किमी लंबे खंड का निर्माण पूरा हो चुका है और इसे यातायात के लिए खोल दिया गया है, जबकि नासिक और ठाणे के बीच शेष 101 किमी लंबे खंड का काम प्रगति पर है। इस मार्ग पर दुर्घटनाओं के बारे में एक अधिकारी ने बताया कि समृद्धि एक्सप्रेसवे पर पिछले छह महीने में हुए सड़क हादसों में कुल 88 लोगों की जान गई है, जिनमें से 25 लोगों की मौत पिछले महीने एक निजी बस के डिवाइडर से टकराने के कारण उसमें आग लगने से हुई थी।