औरंगाबाद। महाराष्ट्र में औरंगाबाद जिले के प्रभारी मंत्री संदीपान भुमरे और राज्य विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे के बीच, निधि के समान वितरण को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में एक बैठक के दौरान तीखी बहस हुई। संदीपान भुमरे, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना खेमे से हैं, जबकि दानवे, उद्धव ठाकरे के विश्वस्त हैं। औरंगाबाद के कई विधायक भी जिला योजना समिति की इस बैठक में मौजूद थे, जहां भुमरे और दानवे के बीच यह बहस हुई। मामले का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दानवे तालुकावार निधि वितरण का ब्यौरा मांग कर रहे हैं और कह रहे हैं कि प्रभारी मंत्री का पद किसी की जागीर नहीं है। वहीं, भुमरे ने जवाब दिया,‘‘हां, यह अब हमारी जागीर है। बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दानवे ने कहा अगर मंत्री को लगता है कि प्रभारी मंत्री का पद उनकी जागीर है तो किसी न किसी को आवाज उठाने की जरूरत है। मंत्री अतुल सावे और अब्दुल सत्तार के अलावा शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक भी इस तरह से सोचते हैं। उन्होंने दावा किया कि औरंगाबाद जिले में सिंचाई, कृषि और ग्रामीण विकास के लिए मिलने वाली निधि का इस्तेमाल दूसरे उद्देशयों के लिए किया जा रहा है, जबकि बुनियादी कार्यों को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है।