मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को बताया कि धनगर समाज को आरक्षण देने के लिए सरकार सकारात्मक है। आज धनगर समाज के शिष्ठमंडल के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है और आरक्षण को लेकर धनगर समाज की भूमिका वही है जो सरकार की है। मुख्यमंत्री शिंदे की अध्यक्षता में गुरुवार को धनगर समाज के शिष्टमंडल की आरक्षण को लेकर सह्याद्रि गेस्ट हाउस में बैठक हुई। इस बैठक के बाद सीएम शिंदे ने पत्रकारों को बताया कि सरकार धनगर समाज के आरक्षण को लेकर जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहती। राज्य सरकार मध्य प्रदेश, बिहार और तेलंगाना राज्यों में धनगर समाज को दिए गए आरक्षण का अध्ययन कर रही है। आज धनगर समाज के प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट देश के अटॉर्नी जनरल को भेजी जाएगी और राज्य सरकार के स्तर पर ऐसा निर्णय लेने के लिए मार्गदर्शन लिया जाएगा। साथ ही, यदि सरकारी निर्णय लेने की प्रक्रिया में कोई समस्या आती है, तो आवश्यकतानुसार धनगर समुदाय के आरक्षण का अध्ययन करने के लिए पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस समिति में धनगर समाज के प्रतिनिधियों को शामिल कर आदिवासी समाज की तर्ज पर संचालित योजनाओं का लाभ प्रभावी ढंग से धनगर बंधुओं को दिया जायेगा। इसके साथ आंदोलन के दौरान धनगर समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दर्ज मामले वापस ले लिए जायेंगे। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि धनगर समाज आरक्षण को लेकर सरकार संवेदनशील है। हमारा प्रयास है कि इस समस्या का समाधान हो। इस कारण आरक्षण मिलने से पहले धनगर समाज को आदिवासी भाइयों की तर्ज पर योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए 10 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सरकार ने हाई कोर्ट में भी धनगर समाज की मांग पर पूरक भूमिका निभाई है लेकिन संविधान में वर्णित तकनीकी प्रक्रिया के बिना आरक्षण संभव नहीं है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, इस तकनीकी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद धनगर समुदाय को आरक्षण दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि धनगर समाज आरक्षण को लेकर कोई रास्ता निकालने के लिए देश के अटॉर्नी जनरल की राय ली जाएगी। धनगर समाज के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं को धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। इस बैठक में उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं बहुजन कल्याण मंत्री अतुल सावे, ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन, विधायक राम शिंदे, गोपीचंद पडलकर, पूर्व विधायक दत्ता भरणे, विधायक रामहरि रूपनवार, यशवन्त सेना के बालासाहब, प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव दांगड़े, राष्ट्रीय संगठक गोविंद नरवाटे, प्रदेश महासचिव नितिन धायगुड़े, प्रदेश उपाध्यक्ष साधन पाटील, बबनराव रांगे, राजेंद्र रामचन्द्र डांगे एवं धनगर समाज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।