मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन ने बुधवार शाम कांदिवली में आयोजित गीता जयंती महोत्सव में भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन पोइसर जिमखाना और इस्कॉन जुहू के संयुक्त प्रयास से किया गया था। राज्यपाल ने ‘भगवद गीता’ को मानवता के लिए एक कालजयी मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि यह ग्रंथ आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना सदियों पहले था। उन्होंने कहा, भगवद गीता हमें बिना किसी भय के और परिणाम की चिंता किए बिना अपने कर्तव्यों का पालन करना सिखाती है। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें विधायक आशीष शेलार, मनीषा चौधरी, संजय उपाध्याय, पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी, भगवत गीता शिक्षा अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. योगेश दुबे, और जुहू इस्कॉन के अध्यक्ष ब्रज हरि दास शामिल थे।
राज्यपाल राधाकृष्णन ने अपने भाषण में कहा कि समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, और आवास जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा कि एक प्रमुख अर्थव्यवस्था होने के नाते, अमेरिका को जरूरतमंदों को यह सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में पहल करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा, “अगर दुनिया के सभी उन्नत देश इस दिशा में काम करें, तो एक आदर्श समाज का निर्माण होगा, जिससे मानवता का प्रसन्नता सूचकांक बढ़ेगा।
गीता जयंती महोत्सव का उद्देश्य
महोत्सव का मुख्य उद्देश्य ‘भगवद गीता’ के ज्ञान को समाज में प्रसारित करना और इसके सिद्धांतों के महत्व को रेखांकित करना था। यह आयोजन आध्यात्मिक और सामाजिक विकास के लिए गीता के संदेश को प्रासंगिक बनाने का एक प्रयास था।