Saturday, November 22, 2025
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खाद्य पदार्थों में मिलावट, सेहत पर संकट

मनोज कुमार अग्रवाल
आजकल जब कफ सीरप जैसी दवाइयों में मिलावट से अनेक सुकोमल, मासूम बच्चे मौत के मुंह में जा चुके हैं ऐसे समय में अनेक मुनाफाखोर मिठाईयों में भी मिलावट कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने विजयदशमी के दिन कई जगहों पर योजनाबद्ध तरीके से छापा मारकर मिलावटी देशी घी के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान 1,625 किलोग्राम मिलावटी देशी घी जब्त किया गया और छह आरोपी गिरफ्तार हुए। करावल नगर के शिव विहार से आरोपी सफीक (30 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। यहां से 33 टिनों में कुल 520 किलोग्राम नकली देशी घी और मिलावट में इस्तेमाल होने वाले केमिकल व दवाएं बरामद की गईं हैं। शिव विहार फेज-7 में छापा मारकर चार आरोपियों यूसुफ मलिक (50 वर्ष), उनका बेटा मेहबूब (22 वर्ष), शाकिर (गाजियाबाद) और शाहरुख (गाजियाबाद) को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 28 टिनों में 440 किलोग्राम नकली घी, केमिकल, गैस सिलेंडर, स्टोव और अन्य सामान जब्त किया गया। पुराना मुस्तफाबाद में छापा मारने के बाद 44 टिनों में 665 किलोग्राम नकली घी, केमिकल, गैस सिलेंडर आदि बरामद किया गया। निजी स्वार्थों से प्रेरित मिलावटखोर अधिक लाभ कमाने के लालच में खाद्य पदार्थों से लेकर जीवन रक्षक दवाइयों तक में हानिकारक वस्तुओं की मिलावट करके लोगों के स्वास्थ्य से खेल रहे हैं। पिछले लगभग तीन सप्ताह में मिलावट खोरी के कई मामले पुलिस ने पकड़े हैं। 15 सितम्बर को दिल्ली की उत्तरी बाहरी जिला पुलिस ने एक फैक्टरी का भंडाफोड़ करके वहां से लगभग 7600 लीटर मिलावटी घी बरामद करके फैक्टरी के सुपरवाइजर बृजेश को गिरफ्तार किया जबकि फैक्टरी का मालिक फरार है।23 सितम्बर को जयपुर (राजस्थान) की फूड सेफ्टी टीम ने चांदपोल बाजार स्थित एक गोदाम पर छापा मार कर वहां से विभिन्न प्रसिद्ध ब्रांडों के लेबल लगाकर बेचा जाने वाला 884 लीटर नकली देसी घी बरामद किया। 23 सितम्बर को ही जयपुर (राजस्थान) की फूड सेफ्टी टीम ने मालवीय नगर में एक पिकअप वैन को जब्त कर उसमें से 400 किलोग्राम मिलावटी पनीर बरामद करके उसे नष्ट करवाया। 26 सितम्बर को बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सोन पापड़ी के गोदाम पर दबिश देकर वहां भारी मात्रा में नकली सोन पापड़ी जब्त करके फैक्टरी को सील कर दिया। 28 सितम्बर को निजामपुर (उत्तर प्रदेश) में नकली मिठाई बनाने वाली फैक्टरी को सील किया जहां घटिया सामग्री से बड़े पैमाने पर पेड़ा, बर्फी और टाफियां बनाई जा रही थीं। 28 सितम्बर को ही खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने एक पिकअप वैन में भरकर अलवर (राजस्थान) से जयपुर ले जाया जा रहा 110 किलो मिलावटी पनीर नष्ट करवाया। इस सम्बन्ध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया। 29 सितम्बर को राजस्थान के बानसूर और कोटपूतली में खाद्य विभाग ने 600 लीटर नकली दूध और 375 लीटर मिलावटी घी जब्त किया। 30 सितम्बर को गुरुग्राम (हरियाणा) के फर्रुखनगर में खाद्य सुरक्षा विभाग तथा सी.एम.फ्लाइंग की संयुक्त टीम ने विभिन्न दुकानों पर छापे मार कर 2000 किलो से अधिक मिलावटी पनीर और खोया (मावा) जब्त किया तथा सैम्पल की रिपोर्ट आने से पहले बरामदगी वाले प्रतिष्ठानों को सील कर दिया।
30 सितम्बर को कोटपूतली (राजस्थान) के विराटनगर में बड़ी कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने एक पिकअप से 1100 किलो ‘ सिंथेटिक पनीर बरामद करके उसे मौके पर ही नष्ट करवा दिया और एक आरोपी को हिरासत में लिया।
1 अक्तूबर, 2025 को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में सिरोल की पुलिस ने एक पिकअप वैन को रोक कर उसमें भोपाल में सप्लाई करने के लिए ले जाया जा रहा लगभग 800 किलो मिलावटी मावा जब्त करके पिकअप वैन के ड्राइवर को गिरफ्तार किया। और अब 2 अक्तूबर को नई दिल्ली में पुलिस ने मिलावटी घी बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार करके उनके अवैध कारखानों से 1600 किलो मिलावटी घी जब्त किया। 2 अक्तूबर को ही बरनाला (पंजाब) के धनौला में खाद्य आपूर्ति विभाग ने एक गोदाम से बड़ी मात्रा में नकली पनीर जब्त किया। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार दूध, घी तथा पनीर जैसे खाद्य पदार्थों में मिलावट से पाचन तंत्र, लिवर तथा किडनी पर सीधा असर पड़ता है। मिलावटी वस्तुएं खाने से अनेक गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। मिलावटी घी तथा पनीर के सेवन से कैंसर तक भी हो सकता है। अतः आवश्यकता इस बात की है कि मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने वालों पर सख्ती की जाए और इसमें होने वाली सजा को 7 वर्ष से बढ़ा कर उम्र कैद किया जाए। प्रश्न यह भी है कि त्यौहारों के समय ही सरकार हरकत में क्यों आती है, हमेशा क्यों नहीं? सरकार को स्वास्थ्य की चिंता है लेकिन मिलावट खोरों और मशीनरी का गठजोड़ अपनी जेब भरने में लगा हुआ हैं। फिलहाल तो आप अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए मावा, पनीर,बंगाली मिठाई खरीदने से बचें। बेहतर हो कि अपने घर की रसोई में खीर, बेसन की बर्फी, रवे और बेसन के लड्डू, मूंग का हलवा आदि बना कर मुँह मीठा करें,उसी में आपकी और आपके पूरे परिवार की भलाई है। दरअसल देश में दुग्ध उत्पादन तो कम है लेकिन इसकी खपत और बाजार में मांग कई गुना अधिक है। इस कारण बाजार में दूध घी पनीर नकली बना कर बेचा जाता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उपहार में भी मिठाई के विकल्प के तौर पर दूसरी वस्तुएं देने का प्रयास करें ताकि आपके सभी स्नेही स्वजन स्वस्थ रह सकें।

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