Wednesday, August 20, 2025
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कोरोना काल ऑक्सीजन प्लांट केस में पहली गिरफ्तारी, आदित्य ठाकरे का करीबी बीएमसी ठेकेदार गिरफ्तार

मुंबई। मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा ने कोरोना ऑक्सीजन प्लांट मामले में आरोपी बीएमसी ठेकेदार रोमिल छेड़ा को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में ये पहली बड़ी गिरफ्तारी है। इसे उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का करीबी बताया जा रहा है। दरअसल, महाराष्ट्र में कोरोना के दौरान ऑक्सीजन प्लांट घोटाले के अलावा बॉडी बैग घोटाला, खिचड़ी घोटाला और रेमडेसिवीर घोटाला सामने आया था। आक्सिजन प्लांट के लिए 140 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया था, जिसका कॉन्ट्रैक्ट रोमिल छेड़ा को दिया गया था। लेकिन, इसमें से महज 38 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए थे। बाकी का 102 करोड़ रुपए मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए गबन किया गया। ऑक्सीजन प्लांट मामले मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत गिरफ्तारी हुई है। रोमिल पर बुधवार रात ही मुंबई के नवघर पुलिस स्टेशन में किरीट सोमैया की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज करवाई गई थी, जिसे गुरुवार ही आर्थिक अपराध शाखा को ट्रांसफर कर दिया गया था। रोमिल से आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। लेकिन वह मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर सही जवाब नहीं दे रहा था।
विरोध के बावजूद भी ऑक्सीजन प्लांट का टेंडर रोमिन को मिला
140 करोड़ के ऑक्सिजन प्लांट कोरोना काल मे लगवाने थे, लेकिन महज 38 करोड़ खर्च किए गए बाकी के 102 करोड़ कहां गए ये सवाल उठाते हुए किरीट ने सीधे अदित्य ठाकरे पर सवाल उठाए थे। रोमिल को कॉन्ट्रैक्ट देने का विरोध तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री और कांग्रेस के नेता असलम शेख ने भी विरोध किया था। इसके बावजूद ऑक्सीजन प्लांट के रोमिल को टेंडर दिए गए। नवघर पुलिस में किरीट ने इस पर एफआईआर दाखिल करने के लिए शिकायत की थी। उन्होंने मुंबई पुलिस में एफडीएफ़ के बाद रोमिल कि शिकायत ईडी में भी की। अब इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा द्वारा हुई गिरफ्तारी के बाद ईड़ी की भी एंट्री सभव है।
बॉडी बैग घोटाले की जांच कर रही है ईडी
वहीं, कोरोना काल के दौरान मुंबई में बॉडी बैग घोटाला मामले में 23 नवंबर यानी गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शिवसेना (यूबीटी) समूह की नेता और पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर से 6 घंटे तक पूछताछ की है। किशोरी पेडणेकर ने कहा कि उन्होंने ईडी के हर सवाल का जवाब दिया है। ईडी ने उनसे कुछ कागजपत्रों की मांग की है, जिसकी पूर्तता जल्द की जाएगी। जानकारी के अनुसार कोरोना काल में बॉडी बैग की खरीदी में घोटाला किए जाने का आरोप भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष किरीट सोमैया ने लगाया था। इसे 2020 में 6,800 रुपए की दर से खरीदा गया था, जबकि अन्य सरकारी एजेंसियों ने इसे उसी ठेकेदार से 2,000 रुपए प्रति पीस के हिसाब से खरीदा था। एक साल बाद बीएमसी ने उसी ठेकेदार से 600 रुपए प्रति पीस की दर से बॉडी बैग खरीदे थे।

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