
मुंबई। महाराष्ट्र के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री पंकजा मुंडे ने जालना और छत्रपती संभाजीनगर के औद्योगिक क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण की गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ कोई ढील नहीं बरती जाएगी और नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। बैठक में विभाग की सचिव जयश्री भोज, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडळ के सदस्य सचिव एम. देवेंद्र सिंह, सहसंचालक (हवा प्रदूषण) सतीश पडवळ, प्रादेशिक अधिकारी, औद्योगिक विकास महामंडळ और जिला प्रशासन के अधिकारी दूरदर्शन प्रणाली के माध्यम से शामिल हुए। जालना औद्योगिक क्षेत्र में स्टील उद्योगों से निकलने वाले धूल-कणों से वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ गई है। मंत्री ने संबंधित कंपनियों को हवा प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों में सुधार करने के निर्देश दिए और चेताया कि नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। छत्रपती संभाजीनगर के वाळुंज औद्योगिक क्षेत्र में जल प्रदूषण को रोकने के लिए सांडपाणी प्रक्रिया यूनिट कार्यरत है। मंत्री ने कहा कि 100 प्रतिशत पुनर्वापर के लिए प्रक्रिया किए गए पानी को खाम नदी में न छोड़ा जाए और इसका पुनः उपयोग सुनिश्चित किया जाए। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडळ के सदस्य देवेंद्र सिंह ने दोनों क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण संबंधी गतिविधियों की जानकारी दी। जालना में वायु गुणवत्ता मापने के लिए मोबाइल निरीक्षण वाहन लगाए गए हैं, जबकि वाळुंज में 53 उद्योगों को निर्देशित किया गया है कि वे सांडपाणी का पुनः उपयोग करें। मंत्री मुंडे ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि प्रदूषण नियंत्रण में ढील न दी जाए और सभी नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि नागरिकों का स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षित रहे।



