प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रही शाइस्ता परवीन एंड कंपनी की संपत्ति खोजने में पुलिस का पसीना छूट रहा है। माफिया डॉन की पत्नी और उसकी कंपनी की तरह ही अब उनकी संपत्ति भी पुलिस के लिए पहेली बन कर रह गई है। हाल यह है कि आदेश जारी होने के १२ दिन बाद भी सभी छह आरोपियों की संपत्ति की खोज पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में कुर्की की कार्रवाई लंबित है। करीब १२ दिन पहले कोर्ट की ओर से ५० हजार की इनामी शाइस्ता परवीन समेत छह आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया गया था। इनमें अशरफ की पत्नी जैनब, अतीक की बहन आयशा नूरी के अलावा पांच-पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम, साबिर व अरमान शामिल हैं। आदेश जारी होने के बाद से इन सभी की संपत्ति खोजी जा रही है। हालांकि, अब तक यह खोज पूरी नहीं हो सकी है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस को शाइस्ता की एक संपत्ति का पता मिला है। यह शाहगंज के मिन्हाजपुर में २०० वर्गगज बेशकीमती जमीन के रूप में है। इसी तरह आयशा नूरी का मेरठ में मकान होने की जानकारी मिली है। हालांकि, जैनब समेत अन्य चार आरोपियों की संपत्ति की खोज अभी पूरी नहीं हो सकी है। यही वजह है कि कार्रवाई १२ दिन बाद भी लंबित है। एसीपी धूमनगंज वरुण कुमार का कहना है कि कुछ की संपत्तियां मिल गई हैं, जबकि अन्य का पता लगाया जा रहा है। संपत्तियों का पता लगने के बाद जल्द ही कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
नौ महीने से फरार हैं सभी आरोपी
उमेश पाल हत्याकांड में वांछित शाइस्ता एंड कंपनी नौ महीने से फरार है। लगभग तीन महीने पहले पुलिस ने इन सभी के घर पर कुर्की की कार्रवाई का नोटिस चस्पा किया था। इसके बावजूद हाजिर न होने पर धूमनगंज थाने में उनके खिलाफ २६ अगस्त को कोर्ट के आदेश की अवमानना के आरोप में केस भी दर्ज किया गया। आठ अगस्त को उनके घरों पर कुर्की की कार्रवाई संबंधी नोटिस चस्पा किया गया था।