मुंबई। महाराष्ट्र में खिचड़ी घोटाला और मुंबई में बॉडी बैग्स स्कैम मामले की जांच तेज हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की पूर्व मेयर और उद्धव ठाकरे गुट की नेता किशोरी पेडणेकर को समन भेजा है और आज यानी 8 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके साथ-साथ ईडी ने बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू को भी समन भेजा और उन्होंने भी पूछताछ के लिए बुलाया है। खिचड़ी घोटाला मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शिवसेना यूबीटी नेता अमोल कीर्तीकर से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की थी। अमोल कीर्तिकर पूर्व लोकसभा सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे हैं। ईओडब्ल्यू को अमोल कीर्तिकर पर खिचड़ी वितरण का ऑर्डर दिलाने में ठेकेदारों का मदद करने का संदेह है।
किरीट सोमैया की शिकायत पर दर्ज हुआ था केस
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया की शिकायत के आधार पर पेडणेकर और बीएमसी के दो सीनियर अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है। पेडणेकर और बीएमसी अधिकारियों पर आरोप है कि महामारी के दौरान बीएमसी की ओर से स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रबंधन और कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों के शवों को रखने के लिए बॉडी बैग, मास्क और अन्य वस्तुओं की खरीदी पैसे का दुरुपयोग और गड़बड़ी का आरोप है।कोरोना महामारी के दौरान पेडणेकर नवंबर 2019 से लेकर मार्च 2022 तक मुंबई की मेयर थीं।
हाई कोर्ट ने दी थी अंतरिम राहत
बंबई उच्च न्यायालय ने छह सितंबर को पेडणेकर की याचिका पर सुनवाई करते हुए गिरफ्तारी से चार सप्ताह की अंतरिम राहत दी थी। हालांकि, अंतरिम की अवधि अब खत्म हो चुकी है। हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि मामले की जांच की जा रही है ऐसे में पेडणेकर को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने पेडणेकर को ईओडब्ल्यू द्वारा की जा रही मामले की जांच में शामिल होने का निर्देश दिया था।