अभियंताओं के माध्यम से सहायक आयुक्त व उपायुक्त वसूली में मस्त, गृहनिर्माण मंत्री देवेन्द्र फडणवीस कब लेंगे संज्ञान?
मुंबई। बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल की प्रशासनिक व्यवस्था कितनी अच्छी है इसका अंदाजा स्लम इलाकों में झोपडी की शक्ल में बनी रहीं अवैध इमारतों से लगाया जा सकता है। और यही इमारतें जानलेवा साबित होती हैं। जिसके पीछे वार्डो में बैठे सहायक आयुक्तों व परिमंडल में बैठे उपायुक्तों की रिश्वतखोरी साफ देखी जा सकती है जो सिर्फ शिकायत मिलने पर अपना हिस्सा लेकर झोपड़ी को अवैध इमारत की शक्ल दे रहे है। जिसका ताजा उदाहरण बीएमसी एच/पश्चिम के विभाग के अंतर्गत आने वाला खार पश्चिम स्थित खार दांडा व खार गांवठन में बन रही और बनकर खड़ी दर्जनों अवैध इमारतों से लगाया जा सकता है। सहायक आयुक्त विनायक विसपुते, सह आयुक्त रंजीत ढाकने की नाकामी व रिश्वतखोरी का नतीजा हैं कि पिछले दो महीने में मुकादम तुषार संखे व दुय्यम अभियंता मोहन राठोड़ को रिश्वतलेते एसीबी की गिरफ्त में आ चुके हैं फिर भ्रष्ट व रिश्वतखोर पदनिर्देशित अधिकारी मिलिंद कदम अवैध निर्माणों से वसुलीकर उच्च अधिकारियों से सेटिंगकर अवैध इमारते खड़ी करा रहा है। बता दें कि खार पश्चिम स्थित खार दांडा में दर्जनों अवैध इमारते बनकर तैयार हैं और कुछ इमारतों को नोटिस देकर मामूली कार्रवाई करने के बाद दुय्यम अभियंता अक्षय मांजरेकर व कनिष्ठ अभियंता शिवराम पोल ने मोटी वसूली कर भूमाफियाओं को संरक्षण देकर बीएमसी के राजस्व व नियमों के साथ खिलवाड़ कर अपनी तिजोरी भरने में जुटे है। जो जांच का विषय है! मिली जानकारी के अनुसार बीएमसी एच/पश्चिम विभाग के खार पश्चिम दांडा में भूमाफिया समीर चौगुले द्वारा रिजवी प्लाट के पास में करीब २००० वर्गफीट का अवैध निर्माण किया गया। भूमाफिया हैदर द्वारा राम मंदिर रोड बेकरी के पीछे अवैध इमारत का काम किया गया। वहीं खार दांडा बिट चौकी के पीछे भूमाफिया चांद द्वारा शंकर महादेव गली में १००० वर्गफीट के ग्राउंड प्लस २ के अवैध निर्माण किया गया हैं। इसीक्रम में भूमाफिया अफजल खान द्वारा खार दांडा चक्की गल्ली में अवैध इमारत का काम चल रहा है। इसी क्रम में भूमाफिया विजय बारी द्वारा खार दांडा दान पाडा में सिद्धि विनायक मंदिर गली, जय मल्हार चायनीस के पास अवैध इमारत का काम किया जा रहा है। इसी प्रकार कनिष्ठ अभियंता सुनील कटारे की कृपा से खार पश्चिम पाली विजेज व खार गांवठन में अवैध इमारत बनकर तैयार हैं। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह हैं इस भ्रष्टाचार में सहायक आयुक्त व उपायुक्त कार्यालय भी शामिल हैं जिसके चलते भ्रष्ट अभियंता वसूली में मस्त हैं, भूमाफिया बीएमसी कानून को नीलाम कर रहे है। और बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल वाहवाही लूटने में लगे है। वहीं गृहनिर्माण मंत्री देवेन्द्र फडणवीस से भी शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई होती नहीं दिख रहीं हैं।