मुंबई। मुंबई में सड़क परिवहन, रेलवे और मेट्रो पर बढ़ते दबाव को देखते हुए भविष्य में ‘केबल कार’ सेवाओं का विकास एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बताया कि इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण कर एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। 7 जनवरी को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में आयोजित राज्यों के परिवहन मंत्रियों की बैठक में इस परियोजना की जरूरत और योजना पर चर्चा की जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को ‘पर्वतमाला परियोजना’ के तहत केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त वित्तीय भागीदारी या सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से क्रियान्वित करने की योजना है। मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), जो पालघर से रायगढ़ जिले के उरण-पेन तक फैला हुआ है, तेजी से शहरीकरण और वाहनों की बढ़ती संख्या का सामना कर रहा है। नई सड़क और रेल सेवाओं की जरूरत, प्रदूषण नियंत्रण, और यातायात समस्या को हल करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग आवश्यक हो गया है।परियोजना के तहत मुंबई के तटीय खाड़ी क्षेत्र, एलीफेंटा गुफाओं, माथेरान के पर्यटन स्थलों, संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, तुंगारेश्वर वन्यजीव अभयारण्य जैसे क्षेत्रों को संरक्षित रखते हुए परिवहन व्यवस्था में सुधार की योजना है।
केंद्रीय मंत्री से समर्थन की पहल
परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बताया कि इस परियोजना की सैद्धांतिक मंजूरी प्राप्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को एक प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। यह परियोजना ‘रोपवे’ और ‘केबल कार’ के माध्यम से यातायात दबाव कम करने और पर्यावरण को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। सरकार का उद्देश्य पश्चिमी देशों की नवीन परिवहन परियोजनाओं का अध्ययन कर मुंबई महानगर क्षेत्र में यातायात समस्या के दीर्घकालिक समाधान के लिए ‘केबल कार’ जैसी आधुनिक तकनीकों को लागू करना है। इस परियोजना को तेजी से लागू करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएंगे।