Wednesday, April 24, 2024
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सामान्य प्रशासन विभाग से म्हाडा के नितिन पाटिल व संदीप कलंबे की शिकायत

  • * संदीप कलंबे कानून तो जानते हैं पर मानते नहीं ङ प्रशासनिक व्यवस्था से खिलवाड़ का आरोप
    * क्या मविआ सरकार में सेटिंगकर म्हाडा में काम करने वाले अधिकारियों की खबर लेंगे उपमुख्यमंत्री, गृहनिर्माण मंत्री, देवेन्द्र फडणवीस?

मुंबई। सरकारी विभाग में नेताओं की चापलूसी कर अहम पदों को हासिल कर आम आदमी की शिकायतों पर ध्यान न देने व प्रशासनिक व्यवस्था को ध्वस्त करने वाले अधिकारियों की लिखित शिकायत सामाजिक संस्था ताशंगा प्रतिष्ठान ने दिनांक २० जनवरी २०२३ को सामान्य प्रशासन विभाग व उपमुख्यमंत्री, गृहनिर्माण मंत्री देवेन्द्र फडणवीस से की गई हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र गृहनिर्माण व क्षेत्रविकास प्राधिकरण के मुम्बई मंडल में कार्यरत सक्षम प्राधिकारी व भू व्यवस्थापक नितिन पाटिल व उपजिलाधिकारी (अति.नि) संदीप कलंबे की शिकायत उक्त संस्था ने की हैं। मिली जानकारी के अनुसार सक्षम प्राधिकारी व भू व्यवस्थापक नितिन पाटिल व उपजिलाधिकारी (अति.नि) संदीप कलंबे उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करने के साथ-साथ झोपड़पट्टी पुनर्वसन योजना के तहत अपात्र घरों को पात्र करने के लिए लाखों की वसूली कर रहे हैं। प्रतिष्ठान के पदाधिकारी ने बताया कि ये दोनों अधिकारी मिलकर आम आदमी का खून चूसने का काम कर रहे हैं! जो लोग अपनी झोपड़ी पात्र करने के लिए पैसे दिए उनका काम जल्दी हो जाता हैं और जो लोग पैसे देने योग्य नहीं हैं उनकी फाइल सालो से धूल खा रहीं हैं। वहीं उपजिलाधिकारी संदीप कलंबे अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करने के बजाएं उनको संरक्षण देने का काम कर रहे हैं और एसआरए में अवैध रूप से घर खरीदी करने वालो पर कार्रवाई का आदेश होने के बाद भी कार्रवाई न कर अपने पद का दुरुपयोग कर रहे है। बता दें कि सांताक्रुज पूर्व गोलीबार स्थित झोपड़पट्टी पुनर्वसन योजना के तहत बनी ओम शिवशक्ति एसआरए सहकारी गृहनिर्माण संस्था इमारत क्र ८/ब में फ्लैट क्र ३०६, ४०६, ५०५, ६०३ व ७०६ में गैरकानूनी तरीके से रहने वाले व्यक्तियों पर महाराष्ट्र झोपड़पट्टी (सु.नि. व. पु) अधिनियम१९७१ की धारा ३ई (२) के तहत निष्कासन की कार्रवाई का आदेश दिनांक २१ सितम्बर २०२२ को सक्षम प्राधिकारी नितिन पाटिल ने दिया, उसके बाद अतिरिक्त जिलाधिकारी पंकज देवरे ने भी कार्रवाई की अनुमति दे दी है। मजे की बात यह हैं कि उपजिलाधिकारी संदीप कलंबे अपने नाम के आगे एलएलबी तो लिखते हैं लेकिन कानून के तहत काम नहीं करते या यह कहे कि कानून को नहीं मानते और अपनी मर्जी से काम करते हैं! यहीं नहीं नितिन पाटिल व संदीप कलंबे दोनों राजकीय दबाव व आर्थिक व्यवहार कर गैरकानूनी तरीके से कार्य कर रहे हैं! इस मामले में गृहनिर्माण मंत्री देवेन्द्र फडणवीस से इन दोनों अधिकारियों की जांच की मांग की गई है। वहीं बताया जा रहा हैं ये दोनों महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान सेटिंगकर उक्त पद को हासिल किया है। ये अपने आकाओं के बल पर प्रशासनिक व्यवस्था को खोखला करने के साथ-साथ आम आदमी का खून चूसने में जुटे हैं!

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