
मुंबई। रक्षाबंधन का पर्व पूरे राज्य में बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अब तक 36 लाख से अधिक बहनों ने राखियां भेजीं, जिसे उन्होंने बहनों के असीम प्रेम और आशीर्वाद का प्रतीक बताया। दादर के योगी ऑडिटोरियम में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री फडणवीस ने महिलाओं के सशक्तिकरण और राज्य के विकास को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत का लक्ष्य रखा है और यह तभी संभव है जब महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘बेटी बचाओ’ से लेकर ‘लखपति दीदी’ जैसी योजनाओं ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है। फडणवीस ने गर्व से कहा कि पिछले वर्ष ‘लखपति दीदी’ योजना के तहत 25 लाख बहनें करोड़पति बनीं और इस मामले में महाराष्ट्र पूरे देश में पहले स्थान पर रहा। इस वर्ष भी इतनी ही संख्या में महिलाओं को लाभ मिलेगा और एक करोड़ बहनों को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री लड़की बहन योजना के माध्यम से 1500 रुपये की निधि से महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता के नए अवसर उपलब्ध करा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि महिलाएं सशक्त होंगी, तो परिवार और समाज भी सशक्त होगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि महिलाओं को दिए गए ऋणों की 100 प्रतिशत वसूली विभिन्न माध्यमों से सफलतापूर्वक की गई है। सरकार जल्द ही महिला सहकारी समितियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगी और उद्योग व व्यापार क्षेत्रों में महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाले पांच वर्षों में महिलाओं के लिए कोई भी योजना बंद नहीं होगी और राज्य के अंतिम तबके के कल्याण के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में सांस्कृतिक मामलों के मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार, राज्य मंत्री मेघना बोर्डिकर साकोरे, विधायक रवींद्र चव्हाण, चित्रा वाघ और अन्य स्थानीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण से संबंधित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन और भावी योजनाओं पर भी चर्चा हुई।