
मुंबई। राज्य सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री-माझी लड़की बहिन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, प्रदेश की 2 करोड़ 20 लाख बहनों के बैंक खातों में सीधे पैसे जमा किए गए हैं। इस पहल से महिलाओं को खुशी और संतोष की अनुभूति हो रही है, और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने आश्वासन दिया है कि यह योजना अगले पांच वर्षों तक निरंतर जारी रहेगी। उपमुख्यमंत्री फड़नवीस ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत, प्यारी बहनों को जून और जुलाई के लिए प्रति माह 1500 रुपये उनके बैंक खातों में सीधे जमा किए गए हैं। इसके अलावा, नवंबर माह का पैसा भी पहले से ही उनके खातों में जमा कर दिया गया है, क्योंकि इस महीने जीजा का त्योहार मनाया जाएगा।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश में महिला सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई लखपति दीदी योजना का उल्लेख करते हुए फड़नवीस ने कहा कि इसी तर्ज पर राज्य सरकार भी महिला सशक्तिकरण के लिए योजनाएं चला रही है। पहले चरण में राज्य में 25 लाख लखपति दीदियां बनाने का लक्ष्य है, और अगले चरण में सरकार 1 करोड़ लखपति दीदियां बनाने का प्रयास करेगी, ताकि हर महिला अपने दम पर कम से कम 1 लाख रुपये कमा सके। राज्य सरकार की योजना है कि राज्य में उपसा की सभी योजनाओं को सोलराइज्ड किया जाएगा, जिसके लिए 3,366 करोड़ रुपये का फंड स्वीकृत किया गया है। इस पहल से सभी किसानों को उनके कृषि पंपों के लिए दिन में बिजली उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। इसके अंतर्गत किसानों को 10 प्रतिशत राशि का भुगतान करना होगा, और इसके बाद उन्हें अगले 25 वर्षों तक बिजली का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। उपमुख्यमंत्री फड़नवीस ने बताया कि उच्च शिक्षा में लड़कियों की फीस में 100 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। लेक लड़की योजना के तहत, सरकार बेटी के जन्म पर उसके नाम पर पैसे जमा करेगी। साथ ही, एसटी बस में महिलाओं के लिए टिकट में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।