
मुंबई। महिलाओं के श्रोणि स्वास्थ्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, सरकारी कामा एंड एल्बलेस अस्पताल ने सोमवार को यूरोगायनेकोलॉजी यानी मूत्र-स्त्री रोगों के लिए एक उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत स्थापित किया गया है और अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है, जिससे इसे भारत के सबसे उन्नत मूत्र-स्त्री रोग चिकित्सा केंद्रों में गिना जा रहा है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस केंद्र में छह क्लिनिक कक्ष और एक अत्याधुनिक निदान सुविधा है, जो पेल्विक फ्लोर विकारों जैसे पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स, मूत्र व मल असंयम, फिस्टुला, बार-बार पेशाब आना, पेरिनियल आघात, मूत्राशय दर्द सिंड्रोम, और मूत्र संक्रमण जैसे रोगों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई है। ये सभी समस्याएं भारत में लगभग हर चौथी महिला को प्रभावित करती हैं, लेकिन अक्सर इन्हें न तो ठीक से पहचाना जाता है और न ही उचित उपचार मिल पाता है। यह नया केंद्र केवल उपचार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह मूत्र-स्त्री रोग में वैश्विक मानकों के अनुसार प्रशिक्षण और अनुसंधान का भी एक प्रमुख केंद्र बनेगा। इसे महाराष्ट्र सरकार, महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (एमयूएचएस) और स्वास्थ्य तकनीक प्रदाता सिटियसटेक के सहयोग से शुरू किया गया है।
यूरोगायनेकोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अपर्णा हेगड़े ने कहा, यह केंद्र हमारे सपनों की दिशा में एक ठोस कदम है- हमारा उद्देश्य न केवल सर्वोत्तम उपचार देना है, बल्कि एक ऐसा प्रशिक्षण और अनुसंधान मंच बनाना है, जो पूरे देश में मूत्र-स्त्री रोगों के प्रति जागरूकता फैलाए और गुणवत्तापूर्ण देखभाल सुनिश्चित करे। हम उच्चतम मानकों पर प्रशिक्षित यूरोगायनेकोलॉजिस्ट्स की एक नई पीढ़ी तैयार करना चाहते हैं, जो आने वाले वर्षों में पूरे भारत में इस क्षेत्र में बदलाव की अगुवाई करेंगी। इस पहल के जरिए मुंबई चिकित्सा शिक्षा और महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, जो आने वाले समय में देश भर की लाखों महिलाओं के लिए आशा की किरण बन सकता है।