बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी व अभिजीत बांगर कार्रवाई करने में नाकाम
ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट व दुय्यम अभियंता प्रीतम माने के निलंबन की उठ रही मांग
मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त (प्रकल्प) अभिजीत बांगर द्वारा मुंबई में सीमेंट कंक्रीट सड़कों के निर्माण को पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण बनाने का दावा किया गया था, लेकिन रोड अभियंताओं ने इस दावे की पोल खोल दी है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बीएमसी एच/पूर्व के कार्यक्षेत्र में आनेवाला खार पूर्व के जेपी रोड और गोलीबार रोड पर सीमेंट कंक्रीट निर्माण में हुए व्यापक भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के रूप में सामने आया है। इन सड़कों पर बनी दरारें और गड्ढे स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार के सबूत हैं। ठेकेदार कमला कंस्ट्रक्शन और बीएमसी रोड विभाग के दुय्यम अभियंता प्रीतम माने की मिलीभगत ने बीएमसी प्रशासन को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है। स्थिति इतनी खराब है कि ठेकेदार अधूरे काम को छोड़कर गायब हो गया है, और दुय्यम अभियंता प्रीतम माने ने भी अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया है।
गड्ढों से जनता हो रही परेशान
खार पूर्व जेपी रोड और गोलीबार रोड के निवासियों को इन भ्रष्टाचारपूर्ण कार्यों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इन सड़कों का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया है, जिससे आम नागरिकों को रोजाना कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों द्वारा बीएमसी रोड विभाग, अतिरिक्त आयुक्त (प्रकल्प) अभिजीत बांगर, और बीएमसी आयुक्त भूषणगगरानी से बार-बार शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक ठेकेदार कमला कंस्ट्रक्शन और दुय्यम अभियंता प्रीतम माने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह स्पष्ट संकेत देता है कि इस भ्रष्टाचार में उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।
सीमेंट कंक्रीट सड़कों का उद्देश्य विफल
सीमेंट कंक्रीट सड़कों के निर्माण का उद्देश्य मुंबई में बेहतर और टिकाऊ सड़कों का निर्माण करना था। लेकिन भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के चलते यह उद्देश्य विफल होता दिख रहा है। बीएमसी की नाकामी और जिम्मेदार अधिकारियों की निष्क्रियता ने न केवल सरकारी धन की बर्बादी की है, बल्कि जनता के भरोसे को भी तोड़ा है।
महाराष्ट्र सरकार से सवाल
अब सवाल उठता है कि महाराष्ट्र सरकार इस मामले को कब गंभीरता से लेगी। क्या भ्रष्ट ठेकेदार और अधिकारियों पर कार्रवाई होगी, या यह मामला भी अन्य शिकायतों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा? जनता को उम्मीद है कि राज्य सरकार और बीएमसी प्रशासन दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा और अधूरी सड़कों को जल्द पूरा कराएगा। यह मामला केवल खार पूर्व जेपी रोड और गोलीबार रोड तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे बीएमसी प्रशासन में फैले भ्रष्टाचार की एक झलक है। जनता अब ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट व दुय्यम अभियंता प्रीतम माने के निलंबन की मांग कर रही है।