
मुंबई। महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने राज्य के सभी गैर-कृषि विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया है कि वे विद्यार्थियों के हित में “Carry On योजना” लागू करने को लेकर सकारात्मक निर्णय लें और परीक्षा का दूसरा अवसर देने के लिए सभी विश्वविद्यालयों में समान नीति अपनाएं। मंत्रालय में आयोजित ऑनलाइन बैठक में मंत्री पाटिल की अध्यक्षता में राज्यभर के विभिन्न गैर-कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बी. वेणुगोपाल रेड्डी, उपसचिव अशोक मांडे, उपसचिव प्रताप लुबाळ, तकनीकी शिक्षा निदेशक डॉ. विनोद मोहितकर, और उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. शैलेंद्र देवळाणकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। मंत्री पाटिल ने कहा कि कई बार शैक्षिक या अन्य कारणों से विद्यार्थियों को परीक्षा देने में कठिनाई होती है, जिससे उनकी शिक्षा प्रभावित होती है। ऐसे में “Carry On योजना” के तहत उन्हें परीक्षा का एक और अवसर मिलना चाहिए ताकि उनका शैक्षणिक वर्ष व्यर्थ न जाए। उन्होंने इस योजना को सभी विश्वविद्यालयों में समान रूप से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि इसे समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाना चाहिए ताकि छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
छात्रों को मिलेगा लाभ
बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, इस वर्ष विद्यार्थियों को “Carry On योजना” के तहत पुनः परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय स्तर पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि इस योजना का लाभ सभी विद्यार्थियों तक पहुंचे और उनकी शिक्षा बाधित न हो। “Carry On योजना” का कार्यान्वयन राज्य के लाखों विद्यार्थियों के लिए एक राहत की खबर है, जिससे वे अपने शैक्षणिक सफर को सुचारू रूप से आगे बढ़ा सकेंगे।