
बेगूसराय:(Begusarai) ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव विक्की माहेश्वरी ने कहा है कि हमारे संगठन ने इस देश के आजादी की लड़ाई लड़ी। अब लगातार देश के अंदर समान शिक्षा प्रणाली लागू कराने के लिए संघर्षरत है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को बिना संसद में लाए थोपने के दुस्साहस के खिलाफ संगठन आंदोलनरत है।
मंगलवार को कार्यानंद भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि बेगूसराय की क्रांतिकारी धरती पर 28 सितम्बर से एक अक्टूबर तक होने वाले एआईएसएफ के राष्ट्रीय सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से पांच सौ प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही विदेश से भी प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। यह सम्मेलन एक नई दिशा और दशा तय करेगा।
प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी ने कहा कि मणिपुर में जो घटना घटी है, वह काफी निंदनीय है। हमारे संगठन का राष्ट्रीय स्तर का छात्रा विंग इसके खिलाफ देश में सड़कों पर लड़ाई लड़ रही है। हमारा संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन इस देश का इकलौता छात्र संगठन है जो महिलाओं, छात्राओं के शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान के सवाल पर देशभर में कन्वेंशन और कॉन्फ्रेंस का आयोजन करता है।
उन्होंने कहा कि एआईएसएफ उनकी समस्याओं के समाधान के लिए रणनीति बनाता है। इसलिए महिलाओं-छात्राओं पर किसी भी तरह का अत्याचार हमारा संगठन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। मणिपुर की घटना में किसी भी अपराधी को अभी तक नहीं पकड़े जाना साफ जाहिर होता है कि सरकार उन अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
एआईएसएफ के राज्य सचिव अमीन हमजा एवं राज्य संयुक्त सचिव राकेश कुमार ने कहा कि बेगूसराय के पकठौल में लड़की के साथ जो घटना घटी, वैसे दोषी को कठोर से कठोर सजा मिले। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन का राष्ट्रीय सम्मेलन बेगूसराय में होगा और नया इतिहास रचेगा। बेगूसराय में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना इस सम्मेलन का मुख्य एजेंडा होगा।
जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार ने कहा कि सरकार निरंकुश है और अपराधी और बलात्कारियों को संरक्षण देती है। गुंडे तत्व को पालती है, जिससे जब चाहे इस तरह की घटनाओं को घटाकर गरीबी, रोजगार और शिक्षा के मुद्दे से भटका सके। प्रेसवार्ता में राज्य कार्यकारिणी सदस्य कैसर रेहान, राज्य परिषद सदस्य नितेश कुमार मोनू, मुकेश कुमार एवं जिला सचिव मंडल सदस्य बसंत कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।