
मुंबई। महिलाओं के प्रति बढ़ती संवेदनशीलता और बेटियों की सुरक्षा व शिक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मुंबई पुलिस के निर्मल नगर पुलिस स्टेशन की टीम ने गुरुवार को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत एक विशेष जागरूकता मार्च का आयोजन किया। यह अभियान सहायक आयुक्त प्रकाश चौगुले और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश वाघ के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस मार्च का मुख्य उद्देश्य समाज में बेटियों के अधिकारों, भ्रूण हत्या की रोकथाम, गर्भलिंग जांच की कानूनी रोकथाम और महिला शिक्षा के महत्व पर जागरूकता फैलाना था। पुलिस अधिकारियों ने इस अभियान के जरिए लोगों को बेटियों को समान अवसर देने और उनके अधिकारों की रक्षा करने का संदेश दिया।
मार्च का रूट और आयोजन
यह जागरूकता मार्च बांद्रा पूर्व के खेरवाड़ी जंक्शन से शुरू होकर सरमलकर फाउंडेशन, इमारत क्र. 24, रहेजा कॉलेज, पुरुषोत्तम स्कूल, कैसर कॉलेज, शिवाजी नगर शीतला माता मंदिर, तीन बंगला, खार पूर्व स्टेशन से होते हुए गोलीबार कब्रस्तान के पास संपन्न हुआ। इस दौरान महिला पुलिसकर्मी अपने हाथों में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘भ्रूण हत्या पाप है’, ‘गर्भलिंग जांच अपराध है’ जैसे स्लोगन लिखे पोस्टर लिए हुए थीं।
पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की भागीदारी
इस जागरूकता अभियान में एपीआई पल्लवी तरले, पीएसआई शीतल पाटिल, नीलम जाधव, महिला पुलिसकर्मी रुखसाना मुल्ला, पूजा तमोरे सहित अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। पुलिस की टीम ने इस मौके पर नागरिकों को संबोधित करते हुए गर्भलिंग जांच पर कानूनी प्रतिबंधों और भ्रूण हत्या के गंभीर सामाजिक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। इस जागरूकता अभियान को स्थानीय नागरिकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। लोगों ने पुलिस की इस पहल का स्वागत किया और बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा और सम्मान को बढ़ावा देने के लिए ऐसे अभियानों की आवश्यकता पर जोर दिया।
निर्मल नगर पुलिस की सराहनीय पहल
मुंबई पुलिस का यह अभियान समाज में महिलाओं और बेटियों के अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस की इस पहल से नागरिकों को यह संदेश मिला कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं और उनके अधिकारों की रक्षा करना समाज की जिम्मेदारी है।