
मुंबई। महाराष्ट्र को प्रौद्योगिकी के वैश्विक मानचित्र पर लाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में गुरुवार को अमेरिका की आयओएनक्यू और स्वीडन की स्कैंडियन एबी के साथ त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के माध्यम से राज्य में क्वांटम कॉरिडोर स्थापित किया जाएगा, जो डिजिटल परिवर्तन, उच्च तकनीक रोजगार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि आज की दुनिया में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्वांटम कंप्यूटिंग वैश्विक अर्थव्यवस्था के दो प्रमुख स्तंभ बन गए हैं। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र सरकार इस पहल का पूरा समर्थन करेगी और उद्योग के विकास के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करेगी। आयओएनक्यू, मैरीलैंड, अमेरिका की क्वांटम कंप्यूटिंग कंपनी, अपनी ट्रैप्ड-आयन तकनीक के लिए विश्व स्तर पर जानी जाती है। यह कंपनी अमेज़न वेब सर्विसेज, माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर और गूगल क्लाउड के माध्यम से क्वांटम सिस्टम तक पहुँच प्रदान करती है। इसकी तकनीक फार्मास्युटिकल अनुसंधान, लॉजिस्टिक्स, वित्तीय मॉडलिंग और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में गति, सटीकता और स्थिरता बढ़ाती है। स्वीडन की स्कैंडियन एबी, गोथेनबर्ग स्थित, इंजीनियरिंग, निर्माण, वित्त और औद्योगिक अवसंरचना के क्षेत्र में सक्रिय है। कंपनी अपनी परियोजनाओं में क्वांटम-एन्हांस्ड ऑप्टिमाइज़ेशन, प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स और ऊर्जा दक्षता जैसी तकनीकों का उपयोग करके टिकाऊ और स्मार्ट अवसंरचना विकसित कर रही है। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में उद्योग राज्य मंत्री इंद्रनील नाइक, उद्योग सचिव डॉ. पी. अंबाल्गन, उद्योग विकास आयुक्त दीपेंद्रसिंह कुशवाहा, अतिरिक्त विकास आयुक्त वैभव वाघमारे, आयओएनक्यू के अध्यक्ष और वैश्विक सीईओ निकोलो डी. मासी, स्कैंडियन एबी की निदेशक मंडल सदस्य हन्ना फिलिपा गेरहार्डसन आदि उपस्थित थे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से महाराष्ट्र में उच्च तकनीक उद्योगों का विस्तार, क्वांटम कंप्यूटिंग में वैश्विक सहभागिता और रोजगार सृजन को नई दिशा मिलेगी।