
मुंबई। डॉ. डी.बी.मार्ग पुलिस ने एक वांछित आरोपी नागजी पटेल को तीन अलग-अलग राज्यों में लंबी तलाश और पीछा करने के बाद आखिरकार गुजरात के वडोदरा से गिरफ्तार कर लिया है। नागजी पटेल पर वर्ष 2022 में भारतीय दंड संहिता की धारा 408 (क्लर्क या नौकर द्वारा आपराधिक विश्वासघात) के तहत दर्ज मामले में संलिप्तता का आरोप है और वह तभी से फरार था। पुलिस के अनुसार, फरारी के दौरान पटेल बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा, जिससे उसकी गिरफ्तारी मुश्किल हो गई। वर्ष 2023 में वह राजस्थान के सांचोर में एक हत्या के मामले में शामिल पाया गया और तकरीबन एक साल तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहा। उसे वर्ष 2024 में राजस्थान पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था, मगर करीब आठ महीने पहले जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद वह फिर से विभिन्न राज्यों में स्थान बदलकर पुलिस से बचता रहा। हाल ही में, मुंबई पुलिस को सूचना मिली कि पटेल दिल्ली में है। इस पर सहायक पुलिस निरीक्षक शेख के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली भेजी गई, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह वहां से राजस्थान भाग निकला। राजस्थान पहुंचने पर पता चला कि वह पहले ही अहमदाबाद और फिर वडोदरा के लिए रवाना हो चुका है। लगातार पीछा और निगरानी के बाद, वडोदरा में पुलिस टीम ने पटेल को उस समय दबोच लिया, जब वह दोबारा राजस्थान लौटने की तैयारी कर रहा था। उसे हिरासत में लेकर मुंबई लाया गया और अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उसे 10 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि फरारी के दौरान वह किन-किन लोगों के संपर्क में था और क्या उसने किसी और अपराध में संलिप्तता दिखाई है। यह गिरफ्तारी मुंबई पुलिस की सतर्कता और समर्पण का एक अहम उदाहरण है।