
भारतीय प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत कर यूएई के राष्ट्रपति ने हिन्दी में किया ट्वीट
अबू धाबी: (Abu Dhabi) संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ भारत का व्यापार जल्द ही सौ अरब डॉलर तक पहुंचेगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यूएई की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बातचीत के बाद यह बात कही। दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने के लिए यूएई में आईआईटी दिल्ली का कैम्पस भी खोला जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी के यूएई पहुंचने पर राष्ट्रपति भवन कसर-अल-वतन में औपचारिक स्वागत किया गया। यहां यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने गर्मजोशी से गले लगाकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया। यूएई के राष्ट्रपति ने भारतीय प्रधानमंत्री का स्वागत करने के बाद हिन्दी में ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, मुझे आज अबू धाबी में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करने का मौका मिला। हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों की चल रही प्रगति, सतत वैश्विक विकास को बढ़ावा देने में हमारे साझा हित एवं हमारे देशों और हमारे लोगों के बीच सहयोग को और बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे अबू धाबी आकर और आपसे मिलकर खुशी हुई है। गर्मजोशी से किए गए स्वागत के लिए और आपके द्वारा दिए गए सम्मान के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं। हर भारतीय आपको एक सच्चे दोस्त के रूप में देखता है। मोदी ने शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ व्यापार, निवेश और रक्षा संबंधों समेत और अन्य मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारा द्विपक्षीय व्यापार 20 फीसदी बढ़ गया है। हमने 85 अरब डॉलर का व्यापार हासिल कर लिया है और जल्द ही हम 100 अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। भारत और यूएई ने तीन महीने के भीतर ऐतिहासिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों देश अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए नई पहल कर रहे हैं। दोनों देशों की मुद्राओं में व्यापार समझौते पर आज का समझौता इस मजबूत आर्थिक सहयोग और विश्वास को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी के यूएई दौरे पर भारतवासियों और यूएई में रह रहे भारतीय मूल के लोगों को बड़ी सौगात मिली है। प्रधानमंत्री के दौरे पर भारत सरकार और यूएई में एक ऐतिहासिक समझौता किया गया है। समझौते के तहत यूएई में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी दिल्ली की ओर से यूएई में अपना कैम्पस खोला जाएगा। कैम्पस में जनवरी 2024 से मास्टर पाठ्यक्रम और अगले साल सितंबर से स्नातक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।