पुणे। राहुल गांधी ने कर्नाटक में सबसे ज्यादा दिनों तक भारत जोड़ो यात्रा की थी। कन्याकुमारी से कश्मीर तक की गई इस यात्रा को सबसे ज्यादा अच्छा रेस्पॉन्स उन्हें कर्नाटक में ही मिला था। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में इसका परिणाम दिखाई दिया। कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव जीत लिया। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी कर्नाटक विजय का श्रेय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को दिया है। शरद पवार पुणे के बालगंधर्व मंदिर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक सफर, जनता के दिलों में दिखा असर
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा ७ सितंबर को शुरू की थी। जनवरी महीने में यह यात्रा थम गई। पांच महीने में राहुल गांधी ने चार हजार किलोमीटर तक पदयात्रा की। इस दौरान उन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक का सफर किया।
नोटबंदी पर भी बरसे पवार, ‘पिछली बार कमी रही क्या कि फिर हाहाकार?’
२००० के नोट बंद किए जाने के फैसले पर भी शरद पवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी नोटबंदी के फैसले से देश का काफी नुकसान हुआ था। पुणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में करोड़ों की रकम बदली नहीं जा सकी। इससे बैंक का भयंकर आर्थिक नुकसान हुआ। एक बार फिर इसी तरह का बिना सोचे समझे यह फैसला किया गया है। यह कुछ नहीं, बस यह दिखाने की कोशिश है कि वे कुछ अलग कर रहे हैं। उनके पिछली बार किए गए नोटबंदी के फैसले से सिर्फ इतना ही चमत्कार हुआ कि कई लोगों ने आत्महत्याएं की। कई परिवार और व्यापारियों की दुनिया उजड़ गई। उतना कर के मन नहीं भरा तो अब फिर उसी तरह का उटपटांग फैसला किया गया है। शरद पवार ने एनसीपी, कांग्रेस और ठाकरे गुट के बीच लोकसभा के लिए १६-१६-१६ की सीट शेयरिंग के फॉर्मूले की बात ठुकरा दी। उन्होंने कहा कि अब तक आघाड़ी में सीट शेयरिंग का कोई भी फॉर्मूला तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर कुछ लोगों की राय है कि कांग्रेस यह चुनाव स्वतंत्र होकर लड़े, वह सिर्फ विधानसभा और लोकसभा का चुनाव महाविकास आघाड़ी में रह कर लड़े। कुछ की राय इससे अलग है। लेकिन अभी तक किसी नतीजे तक पहुंचा नहीं जा सका है।