ठाणे। मुंबई के ठाणे में सनसनीखेज घटना सामने आई है। २२ दिन के मासूम को सात लाख रुपए में बेचने के आरोप में डॉक्टर सहित कुल ६ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि एक एनजीओ को ऐसी सूचना मिली थी कि उल्हासनगर के महालक्ष्मी नर्सिंग होम में नवजात बच्चों की खरीद-बिक्री की जाती है। उल्हासनगर की एक समाजसेविका अनीता ने अस्पताल के इस काले धंधे को उजागर करने का प्लान बनाया। उन्होंने इसके लिए अपने दो साथियों सोनू पंजाबी और सान्या हिंदुजा की मदद ली। अनीता कस्टमर बनकर अस्पताल में आई। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर से बातचीत कर बच्चे के खरीदने का सौदा सात लाख रुपए में तय किया। इसके बाद इसका एक वीडियो भी बना लिया। फिर सान्या हिंदुजा ने इस बात की जानकरी ठाणे क्राइम ब्रांच को दी।
पहले से सादी वर्दी में मौजूद थी पुलिस
जानकारी के मुताबिक, एक महिला अपने अन्य साथियों के साथ डॉ चैनानी के नर्सिंग होम में आई। उसके हाथ में २२ दिन का मासूम बच्चा था। पुलिस के मुताबिक, महिला नाशिक की रहनेवाली थी। इसी दौरान अनीता जैसे ही चैनानी को पैसे देने लगी, सादी वर्दी में मौजूद पुलिस ने डॉक्टर को हिरासत में ले लिया।
आरोपी डॉक्टर पहले भी ऐसा काम कर चुकी है
यह डॉक्टर पहले भी ऐसा काम कर चुकी है। एक साल पहले भी डॉक़्टर ने एक बच्ची के बेचने का सौदा तय किया था। यह सौदापांच लाख रुपए में तय हुआ था। लेकिन, बाद में डॉक्टर को कहीं से पता चल गया और वह सौदे वाले दिन नहीं आई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि डॉ चैनानी को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही दलाल और बच्चे की मां सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है। आरोप है कि आरोपी डॉक्टर ने नवजात लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग रेट तय किए थे। पुलिस अधिकारी मधुकर कड ने बताया कि इस पूरी लेन-देन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसके आधार पर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।