Monday, December 23, 2024
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सत्यपाल मलिक के समर्थन में आए शरद पवार, मोदी सरकार से पूछा- पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं हो रही?

मुंबई। जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विगत दिनो पुलवामा हमले को लेकर पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाने के बाद अब इस विषय पर विपक्ष मोदी सरकार पर जमकर हमलावर होने लगी है। अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार ने इस बयान का हवाला देकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे हैं।
पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं?
शरद पवार शरद पवार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर कई बातों का खुलासा किया था। पर हमने इस पर कोई जांच होते नहीं देखा है। 40 जवानों की जान गई थी। बल द्वारा एक विमान की मांग की गई थी, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया था। इसके अलावा राज्यपाल को मुंह चुप कर रहने के लिए कहा गया। यह तो और भी गंभीर मसला है। इन सभी की जांच होनी चाहिए।
पुलवामा हमले की जांच क्यों नहीं?: शरद पवार
शरद पवार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर कई बातों का खुलासा किया था। पर हमने इस पर कोई जांच होते नहीं देखा है। 40 जवानों की जान गई थी। बल द्वारा एक विमान की मांग की गई थी, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया था। इसके अलावा राज्यपाल को मुंह चुप कर रहने के लिए कहा गया। यह तो और भी गंभीर मसला है। इन सभी की जांच होनी चाहिए।
सत्यपाल मलिक ने लगाए थे गंभीर आरोप
बता दें कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि हमने जवानों के आने-जाने के लिए विमान मांगा था लेकिन उन्हें उपलब्ध नहीं कराया गया। हमें इस मामले पर चुप रहने के लिए कहा गया था। ऐसे में उन्हें सड़क मार्ग से सफर करना पड़ता था जो खतरनाक है। उन पर आतंकियों ने हमला किया और इसकी कीमत उन्होंने अपनी जान देकर चुकाई। हमारे देश की रक्षा करने वाले जवानों की मौत की जांच तक नहीं की गई है। यह स्पष्ट है कि केंद्र सरकार, जिस पर हमारे देश की रक्षा करने की जिम्मेदारी है, ने सही कदम नहीं उठाए हैं।
महाराष्ट्र के खारघर की घटना पर शरद पवार ने शिंदे सरकार को घेरा
महाराष्ट्र के खारघर में हीटवेव से 14 लोगों की मौत को लेकर भी शरद पवार ने शिंदे सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह 100 प्रतिशत राज्य सरकार की जिम्मेदारी थी, क्योंकि उन्होंने चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। एक सिटिंग जज को इस घटना की जांच करनी चाहिए और वास्तविक तथ्य सामने आने चाहिए।

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