
मुंबई। महाराष्ट्र में स्कूली शिक्षा को अंतर्राष्ट्रीय मानकों तक पहुँचाने की दिशा में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में स्कूल शिक्षा विभाग और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस एंड असेसमेंट इंडिया के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। कैम्ब्रिज की ओर से इंटरनेशनल एजुकेशन ग्रुप के प्रबंध निदेशक रॉड स्मिथ और राज्य की ओर से स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव रणजीत सिंह देओल ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. पंकज भोयर, मुख्यमंत्री कार्यालय की अतिरिक्त मुख्य सचिव अश्विनी भिड़े, सचिव डॉ. श्रीकर परदेशी, एससीईआरटी के निदेशक राहुल रेखवार, मुख्यमंत्री कार्यालय के निवेश सलाहकार कौस्तुभ धावसे, स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव तुषार महाजन तथा कैम्ब्रिज के दक्षिण एशिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और बिजनेस हेड मनीष दोषी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराने के विजन के अनुरूप महाराष्ट्र ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि कैम्ब्रिज की विशेषज्ञता और राज्य की शिक्षा प्रणाली मिलकर छात्रों को विश्वस्तरीय अवसर प्रदान करेंगे। फडणवीस ने कहा, “आज हमने MoU पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन यह पहला कदम है और आगे लंबी यात्रा है। इस यात्रा में कैम्ब्रिज हमारे भागीदार रहेंगे और मैं इस समझौते के कार्यान्वयन की स्वयं निगरानी करूंगा।” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कैम्ब्रिज की विकसित शैक्षणिक पद्धतियों से राज्य के छात्रों को बहुत लाभ होगा। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. पंकज भोयर ने इस समझौते को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि यह छात्रों के भविष्य को आकार देगा। उन्होंने कहा, “हमारे सरकारी और अनुदानित स्कूलों में लाखों साधारण परिवारों के बच्चे असाधारण सपने देखते हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि उन्हें केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण प्रमाण पत्र भी मिले।” डॉ. भोयर ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत राज्य में पीएम श्री स्कूल शुरू किए जा रहे हैं, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता, कौशल विकास और समग्र शिक्षा के मॉडल बनेंगे। इस MoU के तहत ज्ञान साझेदारी कई प्रमुख क्षेत्रों में होगी—जैसे जलवायु शिक्षा, पाठ्यक्रम सुधार, पुस्तकालय और शैक्षिक संसाधनों का विकास, शिक्षकों की क्षमता निर्माण और ओपन स्कूलिंग पहल। कैम्ब्रिज शिक्षकों के लिए विषय-विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम, राष्ट्रीय शिक्षा नीति और सीबीएसई मानकों के अनुरूप शैक्षिक सामग्री, अंतर्राष्ट्रीय प्रमाण पत्र, प्री-प्राइमरी पाठ्यक्रम तथा ‘क्लाइमेट क्वेस्ट’ जैसे विशेष कार्यक्रम उपलब्ध कराएगा। डॉ. भोयर ने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल अंकों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि छात्रों को आत्मविश्वास, कौशल और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा। कैम्ब्रिज इंटरनेशनल एजुकेशन ग्रुप के प्रबंध निदेशक रॉड स्मिथ ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के साथ यह समझौता उनके लिए सम्मान की बात है और वे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह पहल अन्य राज्यों के लिए भी एक मॉडल बनेगी। प्रधान सचिव रणजीत सिंह देओल ने प्रस्तावना में समझौते के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षकों के निरंतर व्यावसायिक विकास पर जोर देने के लिए इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है। कैम्ब्रिज के पास विश्वस्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, पाठ्यपुस्तकें, डिजिटल सामग्री और अभिनव शिक्षण विधियाँ मौजूद हैं, जिनका लाभ महाराष्ट्र के शिक्षा क्षेत्र को मिलेगा। इस प्रकार, महाराष्ट्र सरकार और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस एंड असेसमेंट इंडिया के बीच हुआ यह समझौता राज्य की शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है, जो न केवल छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा बल्कि महाराष्ट्र को शिक्षा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने में भी मदद करेगा।




