
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने एक दशक में दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की लंबी छलांग लगाई है, और इस यात्रा में महाराष्ट्र ने विशेष भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य राज्य स्तरीय समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए कहा कि एक विकसित महाराष्ट्र, एक विकसित भारत के सपने को साकार करने में अहम योगदान दे रहा है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के प्रधानमंत्री के आह्वान को दोहराते हुए कहा कि हम सभी को मिलकर देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करना होगा। मुंबई में आयोजित इस कार्यक्रम में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे, मुख्य सचिव राजेश कुमार, श्रीमती अमृता फडणवीस, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ, महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रजनीश सेठ, मुख्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे, पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओ. पी. गुप्ता, शिष्टाचार विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीषा म्हैसकर, मुंबई मनपा आयुक्त भूषण गगरानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अश्विनी भिडे, सेना-नौसेना-वायुसेना व तटरक्षक बल के वरिष्ठ अधिकारी, स्वतंत्रता सेनानी और विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस सैन्य अभियान ने दुनिया को भारत की ताकत दिखा दी। सेना ने अनुशासित और सुनियोजित तरीके से आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर देश पर हमलों को विफल कर दिया। उन्होंने इसमें भाग लेने वाले अधिकारियों और सैनिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति को अब कोई नहीं रोक सकता। अंतरिक्ष क्षेत्र से लेकर विनिर्माण, स्टार्टअप और तकनीकी क्षेत्रों में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। आत्मनिर्भर भारत के लिए हमें गुणवत्तापूर्ण उत्पादन, नवाचार और स्वदेशी के उपयोग को बढ़ाना होगा। महाराष्ट्र में 40 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है, जिससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित हुआ है।
कृषि और ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी पहल
मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों को मुफ्त और 12 घंटे बिजली देने के लिए ‘मुख्यमंत्री सौर कृषि चैनल योजना’ के तहत दुनिया की सबसे बड़ी वितरित सौर परियोजना शुरू की गई है, जो दिसंबर 2026 तक पूरी होगी। इससे महाराष्ट्र 100 प्रतिशत हरित ऊर्जा प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा। सिंचाई क्षेत्र में वैनगंगा, नलगंगा योजना और नदी जोड़ परियोजनाओं के माध्यम से उत्तर महाराष्ट्र और मराठवाड़ा को पानी उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही, कृषि में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग कर खेती को लाभकारी और जलवायु परिवर्तन से सुरक्षित बनाया जा रहा है।
गढ़चिरौली में नक्सलवाद पर नियंत्रण, इस्पात केंद्र का विकास
फडणवीस ने कहा कि सुरक्षा बलों और पुलिस ने गढ़चिरौली को नक्सल और माओवादी गतिविधियों से लगभग मुक्त कर दिया है। यह क्षेत्र अब देश का नया इस्पात केंद्र बन रहा है और अगले दस वर्षों में देश की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादन क्षमता हासिल करेगा।
बुनियादी ढाँचे में तेजी
महाराष्ट्र में सड़क, हवाई अड्डा और वधावन बंदरगाह जैसी परियोजनाओं में तेजी आई है। वधावन बंदरगाह दुनिया के शीर्ष दस बंदरगाहों में शामिल होगा। पुणे, मुंबई, नागपुर, गढ़चिरौली, अमरावती और छत्रपति संभाजीनगर के हवाई अड्डों का निर्माण और आधुनिकीकरण कार्य भी प्रगति पर है।




