होली के मद्देनजर महाराष्ट्र के पुणे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कोई भी हुडदंग करता नजर आया तो उसके साथ पुलिस सख्ती से पेश आएगी. खासकर ऐसे लोगों पर नजर रहेगी, जो होली की आड़ में महिलाओं या युवतियों के साथ छेड़खानी करते हैं. बुलेट बाइक पर पटाखे बजाने वालों और एक बाइक पर तीन लोग बैठकर हुड़दंग मचाने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी.
स्पेशल ब्रांच के डिप्टी पुलिस कमिश्नर ए राजा ने बताया कि कंट्रोल रूम को हर साल होली पर छेड़खानी, हुड़दंगई, यौन उत्पीड़न, उत्पीड़न और अन्य अपराधों की रिपोर्ट प्राप्त होती है. महिलाएं कंट्रोल रूम में कॉल कर इसकी जानकार देती हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग होली पार्टियों की मेजबानी की अनुमति देते समय आयोजन स्थलों और आयोजकों के लिए कई दिशा-निर्देश देता है.
112 नंबर पर कॉल कर दें छेड़खानी की जानकारी
दिशा-निर्देशों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और प्रतिभागियों को किसी भी असुविधा का ख्याल रखने के लिए उचित कर्मचारियों को नियुक्त करना शामिल होता है. उन्होंने कहा, “हम महिलाओं से यह भी आग्रह करते हैं कि वे उत्पीड़न की किसी भी शिकायत या असुरक्षित महसूस होने पर 112 नंबर पर कॉल करें. कॉल को निकटतम पुलिस स्टेशन को निर्देशित किया जाएगा और तुरंत कार्रवाई की जाएगी.”
बता दें, 8 मार्च को महालक्ष्मी लॉन में एक होली कार्यक्रम के आयोजक अमय तारे ने कहा कि उन्होंने इस साल अतिरिक्त सावधानी बरती है. अमय तारे ने कहा, “लगभग 70-80 बाउंसर आयोजन स्थल पर तैनात रहेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर कोई सुरक्षित महसूस करते हुए मस्ती कर रहा है. किसी भी मुद्दे को सुलझाने में मदद करने के लिए एक और टीम को नियुक्त किया गया है.”
महिला सुरक्षा कर्मियों को भी तैनात किया गया
एक अन्य आयोजक ने रोहेन एंटनी ने कहा कि वह 7 मार्च को रावेट में मधुरा लॉन में एक कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. उन्होंने इस साल महिला सुरक्षा कर्मियों को काम पर रखा है. उनमें से तीन से चार को कार्यक्रम स्थल के हर हिस्से में तैनात किया जाएगा. प्रवेश द्वार पर ये ‘महिला बाउंसर’ हमारी महिला मेहमानों से बात करेंगी, ताकि उन्हें पता चल सके कि अगर उन्हें मदद की जरूरत है या किसी अप्रिय घटना की रिपोर्ट करने के लिए वे वहां हैं. कोई असुरक्षित महसूस करा रहा है तो इन महिला बाउंसरों को बता सकता है.
नाईट ड्यूटी से लौटते समय जबरदस्ती लगाया रंग
होली पर देखा जाता है कि अक्सर महिलाओं के साथ छेड़खानी होती है. शरारती तत्व महिलाओं पर अंडे, मिट्टी, रंग इत्यादि जबरदस्ती फेंक देते हैं. महिलाओं के विरोध करने पर भी वह नहीं मानते हैं. इसके अलावा उन्हें गलत तरीके से छुआ भी जाता है. ये गैर-सहमति वाली हरकतें अक्सर महिलाओं को डराती हैं और त्योहार से सावधान करती हैं.
बात 2019 की है. पूजा एस नाईट ड्यूटी के बाद घर लौट रही थीं. रास्ते में कुछ शरारतीतत्व पिचकारी से रंग और गुब्बारे फेंक रहे थे. पूजा को देख सभी “हैप्पी होली” चिल्लाए. जब तक पूजा कुछ समझ पाती, तब तक शरारतीतत्व मुट्ठी में रंगीन पाउडर लेकर उस पर टूट पड़े. पूजा ने कहा कि उन्होंने उसके पूरे चेहरे और बांहों पर लेप कर दिया, जिससे वह डर गई थी. साथ ही अपने आप को असुरक्षित और अपमानित महसूस कर रही थी.
पीछा करके लोगों ने डाला रंग, बोले- पार्टी में क्यों आई?
ईशा एम ने कुछ साल पहले एक होली पार्टी के ऐसे ही अनुभव को याद किया. उन्होंने बताया कि शराब के नशे में धुत लोगों के एक समूह ने मेरे दोस्तों और मेरे साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया. वे अपनी पिचकारी से हम पर रंगीन पानी फेंक रहे थे. हमने पहली बार इसे जाने दिया, क्योंकि उन्होंने माफी मांगी और दावा किया कि यह अनजाने में हुआ था.
ईशा एम ने बताया कि इसके बाद हम दूसरे स्थान पर भी चले गए, लेकिन उन्होंने हमारा पीछा किया और हम पर पानी फेंकना जारी रखा. जब हमने उनका सामना किया तो उन्होंने हमें परेशान करने से इनकार किया और हमसे पूछा कि जब हम सबके साथ खेलना नहीं चाहते हो तो होली पार्टी में क्यों आए हो?