केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत के एक रेलवे स्टेशन की तस्वीर शेयर की है. केंद्रीय मंत्री ने इस रेलवे स्टेशन को ‘सतरंगी रे’ बताते हुए उसकी पेंटिंग और रंग को लेकर जनता से सवाल भी पूछा है. अश्विनी वैष्णव ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘सतरंगी रे! इस स्टेशन का अनुमान लगाओ?’ दरअसल, ये तस्वीर मुंबई सेंट्रल स्टेशन की है.
सोशल मीडिया पर ये तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. अब तक 30 लाख से ज्यादा लोग ट्विटर पर ये तस्वीर देख चुके हैं. साथ ही लोग खूब कमेंट भी कर रहे हैं. ज्यादातर यूजर्स रेल मंत्री से आईआरसीटीसी का सर्वर, रेलवे स्टेशन पर गंदगी, ट्रेनों की देरी को शिकायत करने लगे. हाल ही में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि आने वाले सालों में देश को रेलवे का नया रूप देखने को मिलेगा.
कई यूजर कर रहें कमेंट
सतीश कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा, “सर , वो सब तो ठीक है लेकिन, सुबह से irctc का सर्वर सही नहीं चल रहा है. 7-8 बार पैसे भी कट गए, परंतु टिकट बुक नहीं हो पाया. टिकट का रिफंड भी नहीं आया है. अब क्या डिजिटल इंडिया में रेलवे काउंटर से टिकट लेना पड़ेगा?”
ओमप्रकाश नाम के दूसरे यूजर ने कहा, “श्रीमान जी आपका प्रयास तो बहुत ही सराहनीय हैं लेकिन लालफ़ीताशाही ठीक से काम नहीं कर रही, विरार स्टेशन पर बीन बैग डस्टबीन में लगाने के लिए मैंने लगभग 6 बार शिकायत किया है लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. रेलवे सेवा सिर्फ शिकायत को बंद करना जानती हैं.”
एन ठाकुर नाम के यूजर ने लिखा कि यूपी और बिहार में सभी ट्रेनें लेट क्यों होती हैं. खासकर 15708 आमेरपाली एक्सप्रेस 2 घंटे से लेट है. सर कृपया इन पर ध्यान दें.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से पहले पश्चिमी रेलवे ने फेसबुक पेज पर यही तस्वीर शेयर की थी और इसके आर्टवर्क के बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि कभी-कभी आपको केवल रंग की थोड़ी फुहार की जरूरत होती है! रंग हम जो कुछ भी देखते हैं उसे जीवन देते हैं. मुंबई सेंट्रल के अग्रभाग को रंगीन जीवंत पिगमेंट से रंगा गया है जो इसकी समरूपता का विवरण देता है और सुखद भावनाओं को दशार्ता है. ये इस तरह मुंबई की भावना को बढ़ाता है.
अश्विनी वैष्णव को अपने सोशल मीडिया फॉलोअर्स के साथ अक्सर तस्वीरें और संदेश शेयर करते हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने एक बच्ची का आराम से कंबल पर बैठकर खिड़की से बाहर देखने का वीडियो शेयर किया था. तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, ‘बेबी ऑन बोर्ड! प्लेन की सीट या ट्रेन की सीट?’