मुंबई। मुंबई की धारावी पुनर्विकास परियोजना (डीआरपी) ने अब तक 60,000 में से 25,000 से अधिक मकानों का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। यह सर्वेक्षण धारावी को आधुनिक और रहने योग्य समुदाय में बदलने के उद्देश्य से एक अहम कदम है। सर्वेक्षण में लिडार मैपिंग तकनीक और डोर-टू-डोर सत्यापन जैसे आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया गया। पांच सेक्टर और 34 ज़ोन में तैनात 50 से अधिक टीमों ने मार्च 2024 से इस प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ाया।परियोजना का उद्देश्य धारावी निवासियों को निजी रसोई, शौचालय, निर्बाध पानी-बिजली जैसी आधुनिक सुविधाओं से युक्त मकानों में स्थानांतरित करना है। साथ ही, चौड़ी सड़कें, खुले स्थान, स्कूल, स्वास्थ्य सेवाएँ, और बेहतर सार्वजनिक परिवहन जैसी सुविधाएँ प्रदान करना है। सर्वेक्षण से पात्रता सुनिश्चित होगी और किसी भी निवासी को विस्थापित नहीं किया जाएगा। 1 जनवरी 2011 से 15 नवंबर 2022 के बीच धारावी में रहने वाले किरायेदारों को अधिसूचित क्षेत्र से बाहर किराए के आवास का विकल्प मिलेगा। राजनीतिक हस्तक्षेप और मानसून जैसी चुनौतियों के बावजूद, सर्वेक्षण को तेज़ी से पूरा करने के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात की जाएंगी। धारावी पुनर्विकास योजना, एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी सुधार परियोजना है, जो निवासियों को एक बेहतर और स्वस्थ जीवन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।