
मुंबई। महाराष्ट्र में कांग्रेस एक और बड़ा झटका लगा है। प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और वो दो बार सांसद भी रह चुके हैं। उन्हें चंद्रशेखर बावनकुले ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। बावनकुले ने अशोक चव्हाण के गले में भगवा डालकर पार्टी में स्वागत किया। अशोक चव्हाण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के विकास कार्यों में साथ देना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने इसके लिए बीजेपी नेताओं को धन्यवाद भी दिया। बीजेपी में प्रवेश करने के बाद अशोक चव्हाण ने ये भी कहा कि मोदी जी के आने से देश में जो बदलाव और विकास दिख रहा है, उसे देखते हुए आज देश के कई नेताओं के मन में यही विचार आ रहा है कि वे भी विकासधारा में अपना-अपना योगदान दें। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने इस दौरान ये भी कहा कि मैं भी मोदी जी के विकास के कार्यों में अपना योगदान देना चाहता हूं। मुझे किसी पद की लालसा नहीं है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक च्वहाण बीजेपी में शामिल हुए। इसके बाद उनकी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक चव्हाण ने एक बड़ी गलती कर डाली। दरअसल उन्होंने भाजपा के पदाधिकारियों का नाम लेते-लेते अचानक भाजपा की जगह मुंबई कांग्रेस प्रमुख का नाम ले लिया। वहीं भाजपा की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के पदाधिकारी का नाम लेने पर देवेंद्र फड़णवीस सहित अन्य सभी पदाधिकारी हंसने लगे। जैसे ही उन्होंने मुंबई बीजेपी इकाई के प्रमुख आशीष शेलार को मुंबई कांग्रेस प्रमुख कहकर धन्यवाद दिया तो वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे। हालांकि बाद में उन्होंने भी हंसते हुए इसमें सुधार किया।
फडणवीस ने किया स्वागत, कहा- मजबूत हुई महायुति
हालांकि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ये रातों रात लिया गया फैसला नहीं है। बहुत दिनों से सोच विचार चल रहा था। अब अशोक चव्हाण का क्या रोल होगा, ये केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा। वो केंद्र स्तर के बड़े नेता हैं। दो बार सीएम रह चुके हैं। हालांकि इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने ये भी दावा किया कि कई नेता उनके संपर्क में हैं। उनसे बातचीत चल रही है। उससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने अशोक चव्हाण का स्वागत किया और कहा कि आज आनंद का दिन है. राज्य के एक वरिष्ठ नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। अशोक चव्हाण दो बार सांसद भी रहे हैं। उनके आगमन से महाराष्ट्र में भाजपा और महायुति मजबूत हुई है।