
मुंबई। महाराष्ट्र के नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर में राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में हुई मौतों पर बॉम्बे हाईकोर्ट बेहद सख्त दिखाई दे रहा है। हाईकोर्ट ने पूरे मामले पर सख्त रवैया अपनाते हुए स्वत: संज्ञान लिया है। साथ ही कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से मामले पर विवरण देने को कहा है। मुख्य न्यायधीश डीके उपाध्याय और न्यामूर्ति आरिफ की खंडपीठ ने राज्य सरकार से स्वास्थ्य के लिए राज्य के बजटीय आवंटन के बारे में विवरण देने को कहा है। मंगलवार को वकील मोहित खन्ना ने पीठ को पत्र लिखकर मौतों पर स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया था। खन्ना ने अपने पत्र में कहा कि 30 सितंबर से 48 घंटों में नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में शिशुओं सहित 31 मौतें दर्ज की गई हैं। साथ ही पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 2 से 3 अक्टूबर के बीच शिशुओं सहित 18 मरीजों की मौत दर्ज की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि वह गुरुवार को मामले की सुनवाई करेगा।